कोलकाता: चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल समेत 6 राज्यों में लोकसभा चुनाव के लिए विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। इनमें से प्रत्येक राज्य में एक सामान्य विशेष पर्यवेक्षक और एक पुलिस विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया जायेगा। पूर्व IAS आलोक सिन्हा पश्चिम बंगाल के लिए विशेष पर्यवेक्षक हैं। राज्य के लिए पुलिस के विशेष पर्यवेक्षक अनिल कुमार शर्मा हैं। पश्चिम बंगाल के अलावा आंध्र प्रदेश, बिहार, ओडिशा, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के लिए विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं।
आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में विशेष व्यय पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं। ये पर्यवेक्षक मतदान अवधि के दौरान सभी मुद्दों की निगरानी करेंगे और तत्काल सिफारिशें करेंगे। चुनाव आयोग ने कहा कि विशेष पर्यवेक्षकों को कर्मियों, सुरक्षा बलों और वोटिंग मशीनों की निगरानी का महत्वपूर्ण काम सौंपा गया है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नष्ट करने के किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके। ये पर्यवेक्षक राज्यों में आयोग के मुख्यालय पर बैठेंगे। आवश्यकतानुसार उन क्षेत्रों एवं जिलों का दौरा करें जहां संवेदनशीलता अधिक है या आवश्यक समन्वय की आवश्यकता है। आयोग ने यह भी कहा कि पर्यवेक्षकों को चुनावों की निष्पक्षता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
ये भी पढ़ें: Bengal Elections : डायमंड हार्बर में बेरोजगारी और विकास रहेगा मुद्दा
आयोग ने कहा कि ये विशेष पर्यवेक्षक न केवल आयोग को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और समावेशी चुनाव कराने के अपने संवैधानिक जनादेश को पूरा करने में मदद करते हैं, बल्कि मतदाता जागरूकता और चुनावों में भागीदारी बढ़ाने में भी मदद करते हैं। विशेष पर्यवेक्षकों का मुख्य उद्देश्य सुधार के क्षेत्रों की पहचान करना और ठोस एवं प्रभावी सिफारिशें भेजना है।