चंडीगढ़: चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आज मंगलवार(20 फरवरी) को बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने लंबी सुनवाई के बाद रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह के घोषित किए गए नतीजे को अवैध मानते हुए रद्द कर दिया। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि आम आदमी पार्टी(AAP) के उम्मीदवार को चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर पद के लिए वैध रूप से निर्वाचित उम्मीदवार घोषित किया जाए। कोर्ट के इस आदेश के बाद अब AAP नेता कुलदीप कुमार चंडीगढ़ के नए मेयर बनेंगे।
क्या है पूरा मामला?
सुनवाई के दौरान कोर्ट में चीफ जस्टिस ने रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा अमान्य घोषित किए गए सभी 8 वोटों को मान्य करार देने का निर्देश दिया। इन वोटों पर रिटर्निंग ऑफिसर ने क्रॉस लगाया था। इस मामले पर सुनवाई करते हुए CJI ने कहा कि सभी 8 वोट कुलदीप कुमार के पक्ष में थे। रिटर्निंग अधिकारी ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम किया। उन्होंने अपराध किया है और इसके लिए उन पर कार्रवाई हो।
कौन हैं कुलदीप कुमार?
कुलदीप कुमार चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी के नेता और वार्ड नंबर 26 से पार्षद हैं। उनकी उम्र 39 साल है। उनकी पत्नी का नाम ममता है और उनके दो बच्चे भी हैं जिनका नाम आदित्य और उमंग है। उन्हें पार्टी ने 30 जनवरी को हुए मेयर चुनाव में अपना उम्मीदवार घोषित किया था। कुलदीप ने इस चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें चंडीगढ़ का मेयर घोषित किया है।
AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल का बयान
आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार के चंडीगढ़ का मेयर बनने पर पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का भी बयान आया है। उन्होंने लिखा- “कुलदीप कुमार एक गरीब घर का लड़का है। INDIA गठबंधन की ओर से चंडीगढ़ का मेयर बनने पर बहुत बहुत बधाई। ये केवल भारतीय जनतंत्र और माननीय सुप्रीम कोर्ट की वजह से संभव हुआ। हमें किसी भी हालत में अपने जनतंत्र और स्वायत्त संस्थाओं की निष्पक्षता को बचाकर रखना है।”