पटना : लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। इसके बाद सियासी गलियारों में कई कयास लगाने भी शुरू हो गए हैं। जदयू पर ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता डोरे डालने शुरू कर दिए हैं। नये समीकरण के कयासों पर जेदयू के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री से मिलकर लौटे हैं। हम एनडीए में बनें रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष के फेवर में है। जदयू की कोई वार्ता किसी से नहीं हो रही है।
बिहार में जदयू बन रही है सबसे बड़ी पार्टी
40 सीटों वाले बिहार में एनडीए में शामिल भाजपा, जदयू से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ी थी, लेकिन, जदयू अधिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 11 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जदयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, वह 15 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं, एनडीए में शामिल जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने एक-एक सीट पर प्रत्याशी उतारे थे।
भाजपा को हो रहा है बड़ा नुकसान
भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है, जिन राज्यों में बीजेपी नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र जैसे राज्य शामिल हैं।