कोलकाता : आरजी करकांड में कोलकाता पुलिस की ओर से जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। खासतौर पर इस घटना में संजय के अलावा किसी दूसरे व्यक्ति की संलिप्तता प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर है या नहीं इसके लिए कोलकाता पुलिस की एसआईटी ने जांच तेज कर दी है।
मामले की गंभीरता और जांच के दायरे को देखते हुए एसआईटी के सदस्यों की संख्या में वृद्धि की गयी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार कोलकाता पुलिस के एसआईटी में डीसी फर्स्ट बटालियन अमित वर्मा सहित और 6 पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया। ऐसे में एसआईटी सदस्यों की संख्या बढ़कर 13 हो गयी है। इसके अलावा एसआईटी की मदद के लिए 150 पुलिस कर्मियों को शामिल किया गया है।
ये पुलिस कर्मी 50-50 की संख्या में तीन शिफ्टों में एसआईटी के सदस्यों को जांच में मदद करेंगे। इसके अलावा सोमवार को पुलिस ने सियालदह कोर्ट में मृत महिला डॉक्टर और अभियुक्त के मोबाइल का कांटैक्ट सहित अन्य चीजों का एक्सट्रैक्ट किया। पुलिस के अनुसार अभियुक्त के मोबाइल एक्सट्रैक्शन से कुछ नए तथ्य हासिल हो सकते हैं।
पिछले 30 दिन की अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज देखेगी पुलिसपुलिस सूत्रों के अनुसार मामले की वृहत्तर जांच के लिए कोलकाता पुलिस अब आरजी कर अस्पताल के अंदर लगे सभी सीसीटीवी कैमरों के पिछले 30 दिनों की फुटेज की जांच करेगी। एसआईटी के सदस्य सीसीटीवी फुटेज की जांच कर पता लगाएगे कि पिछले 30 दिन में संजय राय कितनी बार आरजी कर अस्पताल पहुंचा था। वहां पर जाने के बाद वह किन-किन लोगों से मिलता था। घटना के दिन भी क्या उसकी मुलाकात किसी व्यक्ति से हुई थी जो इस घटना में परोक्ष तौर पर शामिल हो सकता है। इन सभी चीजों का पता लगाने के लिए पुलिस सीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। जांच में सीसीटीवी फुटेज में संजय के साथ जिन-जिन लोगों को बात करते हुए देखा जाएगा उन्हें पूछताछ के लिए लालबाजार में तलब किया जाएगा। पुलिस उन लोगों से यह जानना चाहेगी कि आखिर किस लिए वे लोग संजय से मिलते या बात करते थे। पुलिस यह जानने की कोशिश करेगी कि पिछले 30 दिनों में वह अस्पताल के कौन-कौन से फ्लोर पर गया था। किन-किन लोगों को एडिमट कराया था। क्या अस्पताल में जाने पर इसकी कोई संदिग्ध गतिविधि थी या नहीं।