बाजारों में हर्बल गुलाल की बढ़ी डिमांड
ऑनलाइन खरीदारी से बाजारों पर पड़ा असर
कोलकाता : होली फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाने जाने वाला भारतीय का एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता हैं। यह रंगों का तथा हंसी-खुशी का त्योहार है। होली में अब महज कुछ ही दिन रह गए हैं। रंगों का त्योहार नजदीक आते ही महानगर के बाजार सजने लगे हैं। बाजारों में रंग-बिरंगे गुलाल, तरह-तरह के खिलौने, मास्क, पिचकारी, गुब्बारों आदि समाग्री से बाजार पूरी तरह से सज कर तैयार है। बाजार में चाइनीज पिचकारी की भरमार नजर आ रही है। यह पिचकारियां 25 रुपये से लेकर 150 रुपये तक की रेंज में उपलब्ध हैं। गुलाल के पैकेट भी 20 रुपये से लेकर 150 रुपये तक उपलब्ध है।
क्या कहना है दुकानदारों का
दुकानदार राकेश शर्मा ने कहा कि वह करीब 16 साल से दुकान लगाते आ रहे हैं। हालांकि कोराना ने समय से ही लोग ऑनलाइन सामान लेना पसंद कर रहे है। इसके वजह से बाजारों में थोड़ी गिरावट देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि लोग रंग से ज्यादा गुलाल लेना पसंद करते हैं। सनातन ने बताया कि चाइनीज पिचकारी चूंकि सस्ती हैं, इसलिए बाजार में इनकी भरमार है।
पिचकारी का प्रयोग एक या दो दिन ही होता है, इसलिए लोग सस्ती चीज ही खरीदना पसंद करते हैं। हालांकि पिछले साल की तुलना में इस साल होली में इस तरह के आइटम के दाम 15 से 30 फीसदी बढ़ गये हैं। बिमल दास के अनुसार इस साल ज्यादा हर्बल गुलाब हरा, लाल, गुलाबी रंग ग्राहक ज्यादा ले रहे हैं। उनके अनुसार बाजारों में गुलाल का ज्यादा डिमांड बढ़ गया है। शशि सिंह ने कहा कि परम्परा के अनुसार होली में लोग नए कपड़े पहनने का चलन है। रंगों के साथ ही कपड़ों की खरीदारी के लिए कपड़ों के बाजारों में भी चहल-पहल नजर आ रही है।