नई दिल्ली: RBI ने नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) को शुक्रवार(23 फरवरी) को निर्देश दिया है कि वह Paytm के UPI पेमेंट्स के लिए थर्ड पार्टी एप प्रोवाइडर बनने के प्रस्ताव पर विचार करे। पेटीएम ने एक्सिस बैंक के साथ मिलकर यह प्रस्ताव NPCI को दिया है। ऐसी स्थिति में यदि उसे UPI पेमेंट्स के नियामक NPCI की मंजूरी मिल जाती है तो लाखों कस्टमर्स को असुविधा नहीं होगी।
मर्चेंट्स को मिलेगा नया QR कोड
RBI के मुताबिक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा @paytm हैंडल का इस्तेमाल किया जाता है। रिजर्व बैंक ने कहा कि @paytm हैंडल का इस्तेमाल कर रहे कस्टमर्स को पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जगह अन्य बैंकों के साथ बिना किसी दिक्कत के जोड़ दिया जाएगा। NPCI इसके लिए लगभग 5 बैंकों को पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बना सकता है। हाल ही में RBI ने एफएक्यू के जरिए स्पष्ट किया था कि 15 मार्च के पहले मर्चेंट्स को नया क्यूआर कोड मिलेगा। यह क्यूआर कोड किसी और बैंक से जुड़ा होगा।
टीपीएपी पर अभी नए यूजर्स नहीं जोड़े जा सकेंगे
पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस (One97 Communication) ने NPCI को थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर (TPAP) बनने के लिए आवेदन दिया है। नियमों के अनुसार, यदि इसे मंजूरी मिल जाती है तो वो UPI ऑपरेशन जारी रख सकेगा। RBI के निर्देशों के अनुसार, UPI कस्टमर को असुविधा नहीं आनी चाहिए। केंद्रीय बैंक ने कहा कि जब तक पुराने सभी कस्टमर्स नए हैंडल पर नहीं जाते तब तक टीपीएपी पर नए यूजर्स नहीं जोड़े जा सकेंगे।
31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर लगी थी रोक
RBI ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर डिपॉजिट लेने की रोक लगा दी थी। पहले इसकी मियाद 29 फरवरी थी। बाद में 16 फरवरी को इसे बढ़ाकर 15 मार्च कर दिया गया था। इस प्रतिबंध के चलते पेमेंट्स बैंक किसी भी तरह के डिपॉजिट, क्रेडिट ट्रांजेक्शन या टॉप अप नहीं कर सकता। हालांकि, हाल ही में जारी एफएक्यू में आरबीआई ने स्पष्ट किया था कि पेटीएम के साउंड बॉक्स, क्यूआर कोड और कार्ड मशीन बिना किसी दिक्कत के चलते रहेंगे।