कोलकाता : राज्यपाल सीवी आनंद बोस दिल्ली से सिलीगुड़ी पहुंचकर चोपड़ा जाने वाले थे। लेकिन राज्यपाल सीवी आनंद बोस मंगलवार सुबह सिलीगुड़ी से दोबारा दिल्ली के लिए रवाना हो गये। वे चोपड़ा पीड़ितों से मिलने नहीं गए। राजभवन सूत्र के मुताबिक राज्यपाल ने अचानक चोपड़ा का दौरा रद्द कर दिया। मंगलवार सुबह करीब 11:30 बजे राज्यपाल बोस ने सिलीगुड़ी के सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उस बैठक में चोपड़ा ने घटना को लेकर राज्य सरकार पर कुछ टिप्पणियां भी कीं। बताया गया था कि इसके बाद वह सड़क मार्ग से बागडोगरा होते हुए चोपड़ा पहुंचेंगे। चोपड़ा में भी पुलिस और सुरक्षा बल तैनात किये गये थे, लेकिन दोपहर एक बजे अचानक पता चला कि राज्यपाल अब चोपड़ा नहीं जायेंगे।
राजभवन ने यह स्पष्ट नहीं किया कि राज्यपाल चोपड़ा क्यों नहीं आये। हालांकि, स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, चोपड़ा में राज्यपाल को घेरने की योजना चल रही थी। सूत्रों के मुताबिक, कुछ महीने पहले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा काटे गए नाले में गिरने से चार बच्चों की मौत की खबर मिलने पर राज्यपाल चोपड़ा आए थे। राज्यपाल ने उनके परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना देने के अलावा राजभवन की ओर से एक लाख रुपये देने का भी वादा किया, लेकिन मृत बच्चों के परिजनों को अभी तक वह पैसा नहीं मिला है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, राज्यपाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की तैयारी चल रही थी।
लेकिन, विरोध के डर से राज्यपाल वापस लौट आये? राज्यपाल का दौरा अचानक रद्द होने की वजह को लेकर आधिकारिक तौर पर किसी भी पार्टी ने कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि, चोपड़ा विधायक हमीदुल रहमान ने कहा, ‘राज्यपाल को अपना वादा निभाना चाहिए। ये गरीब परिवार हैं। उन पैसों के लिए वह उनके दरवाजे पर जा रहे हैं।”
एक अन्य सूत्र के मुताबिक, यह भी पता चला है कि चोपड़ा के पीड़ितों से बात की गई है, भले ही वे उनसे मिले नहीं हैं। राज्यपाल ने सिलीगुड़ी में बैठकर पीड़ितों से फोन पर बात की। वहीं, उन पीड़ितों के कोलकाता के राजभवन जाकर राज्यपाल से मिलने की भी चर्चा है। एक सूत्र के मुताबिक, पीड़ितों को सोमवार से ही धमकी दी जा रही थी ताकि वे राज्यपाल से न मिलें। इसीलिए उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात नहीं की। हालांकि हमीदुल के बयान पर उन्होंने राज्यपाल का स्वागत किया।