शिक्षक संगठनों ने की मांग
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : प्रचण्ड गर्मी के कारण राज्य में आज यानी सोमवार से ही स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा कर दी गयी है। ऐसे में चिंता यह भी है कि सिलेबस समय पर पूरा हो पायेगा या नहीं। भले ही राज्य सरकार की ओर से इसे लेकर निर्देशिका जारी की गयी है कि सिलेबस पूरा करने के लिये एक्स्ट्रा क्लासेज करवाने होंगे, लेकिन शिक्षक संगठनों की ओर से मांग की जा रही है कि किसी हाल में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान ना हो। यह बात राज्य सरकार को सुनिश्चित करनी होगी। इसे लेकर बंगीय शिक्षक व शिक्षा कर्मी समिति के महासचिव स्वपन मण्डल ने कहा कि राज्य सरकार को और 5 दिन पहले ही छुट्टी देनी चाहिये थे, अब 19 तारीख से मौसम कुछ ठीक होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि भले ही अब छुट्टी दी गयी है, लेकिन यह देखना होगा कि जल्दी छुट्टी के कारण स्टूडेंट्स की पढ़ाई का जो नुकसान होगा, उसकी भरपाई की जायेगी। यहां उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की ओर से जारी निर्देशिका में कहा गया है कि इस दौरान स्कूल के शिक्षकों और गैर शिक्षा कर्मियों की भी छुट्टी रहेगी। हालांकि स्कूल खुलने के बाद स्टूडेंट्स के लिये एक्स्ट्रा क्लासेज की व्यवस्था करनी होगी ताकि उनकी पढ़ाई का नुकसान ना हो। अगर छुट्टी के कारण स्टूडेंट्स पिछड़ जाते हैं तो इस ओर शिक्षकों को ध्यान देना होगा। इसे लेकर स्कूल मैनेजमेंट द्वारा आवश्यक कदम उठाये जाने का भी निर्देश दिया गया है।
माध्यमिक शिक्षक व शिक्षा कर्मी समिति की ओर से महासचिव नीलकांत घोष ने कहा कि माहौल को देखते हुए शॉर्ट टर्म की छुट्टी घोषित की जानी चाहिये। अनिर्दिष्टकाल की छुट्टी से स्टूडेंट्स के शारिरिक व मानसिक विकास में बाधा होगी। सरकारी उदासीनता के कारण स्टूडेंट्स के स्कूल विमुख होने के हम घोर विरोधी हैं।