कोलकाता: पश्चिम बंगाल को पहला एम्स अस्पताल मिलने जा रहा है। कल यानी रविवार(25 फरवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली कल्याणी स्थित एम्स अस्पताल का उद्घाटन करने वाले हैं। बता दें कि इस दिन पीएम कुल 5 एम्स अस्पताल का उद्घाटन करेंगे जिनमें कल्याणी एम्स भी शामिल है। बताया गया कि कल्याणी के बसंतपुर में इस एम्स अस्पताल को कुल 1754 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है जो 179.82 एकड़ में फैला हुआ है।
अस्पताल में कौन-कौन सी होंगी सुविधाएं ?
स्टेट-ऑफ-द आर्ट का आईसीयू होने के साथ ही इसमें एडवांस स्तर की डायोग्नोस्टिक व आधुनिक लैबोरेटरी की सुविधा है। प्रशासनिक ब्लॉक के अलावा एमेनिटी ब्लॉक, मेडिकल कॉलेज, आईपीडी, हॉस्टल व ऑडिटोरियम की सुविधा भी है। कुल 960 बेड वाले इस अस्पताल में 125 मेडिकल सीटें हैं। हाल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से आये अधिकारियों ने अस्पताल के काम पर संतुष्टि जाहिर करते हुए इसके उद्घाटन के लिये हरी झण्डी दिखा दी थी।
कुल 5 एम्स का पीएम करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री कल देश भर में कुल 5 एम्स का उद्घाटन करने वाले हैं। कुल 6,315.2 करोड़ रुपये की लागत से इन्हें बनाया गया है। ये एम्स अस्पताल गुजरात के राजकोट, यूपी के रायबरेली, पश्चिम बंगाल के कल्याणी, पंजाब के भटिंडा और आंध्र प्रदेश के मंगलागिरी में हैं। सबसे अधिक लागत (1754 करोड़ रु.) कल्याणी के एम्स अस्पताल को बनाने में आयी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने किया पोस्ट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कल्याणी एम्स को लेकर एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, ‘पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य व्यवस्था में यह एक नयी सुबह है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 फरवरी को जन साधारण को एम्स कल्याणी समर्पित करने वाले हैं।’
2020 में चालू हुआ था एम्स में ओपीडी
एम्स कल्याणी का ओपीडी वर्ष 2020 में सीमित सुविधाओं के साथ चालू हुआ था। कल यानी 25 फरवरी से एम्स कल्याणी में पूरी तरह संचालन चालू कर दिया जायेगा जहां 17 सुपर स्पेशियलिटी विंग के साथ 43 विभाग हैं। इनडोर मरीजों के लिये बेड चार्ज 35 रुपये है जिसमें भोजन भी शामिल है। वर्तमान में एम्स कल्याणी में 146 फैकल्टी और डॉक्टर हैं। केंद्र के प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत एम्स कल्याणी को वर्ष 2015 में अनुमोदन मिला था। 50 MBBS स्टूडेंट्स की भर्ती कर यहां अकादमिक गतिविधियां वर्ष 2016 से चालू हो गयी थी।
WBPCB का कल्याणी एम्स को लेकर बयान
वहीं, पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कल्याणी एम्स पर पर्यावरण मंजूरी के बिना संचालित होने का आरोप लगाया है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने शनिवार(24 फरवरी) को कथित तौर पर कहा कि पर्यावरण मंजूरी (EC) के बिना एम्स संचालित हो रहा है।
पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डब्ल्यूबीपीसीबी) के अध्यक्ष कल्याण रुद्र ने मीडिया से बातचीत में कहा “निर्माण एजेंसी, जो कल्याणी में एम्स का निर्माण कर रही है, उसने सबसे पहले 6 अक्टूबर, 2022 को केंद्र के परिवेश पोर्टल के माध्यम से राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण (एसईआईएए) में आवेदन किया था। शनिवार को कहा, “आवेदन ‘उल्लंघन’ श्रेणी के तहत था क्योंकि आवेदन करने से पहले ही निर्माण प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी।”
बता दें कि केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी) के दिशानिर्देशों के अनुसार, 20,000 वर्गमीटर से बड़ी किसी भी परियोजना के लिए पहले EC लेनी होगी।