कोलकाता : महानगर समेत जिलों में लोग इन दिनों पानी और बिजली की समस्या से त्रस्त हैं। न तो बिजली की उचित व्यवस्था है और न ही पानी की, जिससे लोगों की सांसें थम सी गई हैं। एक तरफ गर्मी में कई इलाकों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा है तो वहीं समय-समय पर लोड शेडिंग भी की जा रही है। गर्मी में इन सभी परेशानियों से बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। यहां तक कि घर में न रह पाने के कारण भी कई लोग फुटपाथ पर सो जाते हैं। मरीजों की हालत और भी खराब है। बेलघरिया, निमता, दक्षिणेश्वर, सिंथी, हरिदेबपुर, बाघाजतिन और बेहाला के विशाल क्षेत्रों के निवासियों भी परेशान है।
इतनी बिजली कटौती क्यों ?
सीईएससी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘हमारे यहां पर्याप्त बिजली है। बिजली की कमी का कोई मामला नहीं है। दरअसल, बिजली की मांग भी बढ़ी है क्योंकि पिछले कुछ दिनों में तापमान तेजी से बढ़ा है। इसलिए आम लोगों को जितनी बिजली की जरूरत होती है, उससे कई गुना ज्यादा बिजली लग रहा है। एक एसी चलाने वाले कई एसी चला सकते हैं। साथ ही बिजली के उपकरणों के अत्यधिक उपयोग के कारण यांत्रिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। कई लोग जितना आवेदन कर चुके हैं उससे कई गुना ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए कुछ क्षेत्रों में ये कटौती हुई है।’