“शक्तिशाली और आत्मनिर्भर बनना ही हमारा लक्ष्य है” लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर विशेष | Sanmarg

“शक्तिशाली और आत्मनिर्भर बनना ही हमारा लक्ष्य है” लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर विशेष

नई दिल्ली: आज देश में हम पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाते हैं। शास्त्री जी ने अपने जीवन में सादगी, साहस और देशभक्ति का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। उनकी जयंती के अवसर पर, आइए हम उनके विचारों और प्रेरणादायक शेरो-शायरी के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करें। आपको बता दें क‌ि शास्त्री जी का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को हुआ था, और उनका योगदान भारतीय राजनीति और समाज के लिए अतुलनीय है। इस अवसर पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। दिल्ली के शास्त्री भवन में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां केंद्रीय नेताओं ने शास्त्री जी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। शास्त्री जी की नीतियों और उनके प्रसिद्ध नारे “जय जवान, जय किसान” को आज भी लोग याद करते हैं। उनकी दृष्टि ने भारत को न केवल कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रेरित किया, बल्कि देश की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिक्षा संस्थानों में विशेष आयोजन किए जा रहे हैं, जहां छात्र उनके जीवन और कार्यों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग शास्त्री जी को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके विचारों और संदेशों को साझा कर रहे हैं। इस दिन, सभी देशवासियों को शास्त्री जी के आदर्शों को अपनाने और उनकी प्रेरणा से आगे बढ़ने का संकल्प लेना चाहिए।

इस दिन को मनाते हुए, हम सभी को शास्त्री जी के योगदान को याद करना चाहिए और उनके दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करें और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं।

 
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