सिलीगुड़ी में सेंटर होने के कारण आये थे परीक्षा देने, वीडियो वायरल होते ही मचा बवाल
सन्मार्ग संवाददाता
सिलीगुड़ी : केंद्रीय अर्धसैनिक बल की परीक्षा देने बिहार से आए 2 युवकों को शारीरिक रुप से प्रताड़ित करने का वीडियो वायरल होते ही सिलीगुड़ी समेत पूरे हिन्दी भाषी समाज में आक्रोश फैल गया है। सन्मार्ग इस वीडियो की पुष्टि नहीं करताहै। गिरिराज सिंह, लालू यादव, तेजस्वी यादव समेत अन्य नेताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जतायी है। इस घटना में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के एसओजी ने शारीरिक उत्पीड़न के आरोप में बांग्ला पक्ष के कथित सदस्य रजत भट्टाचार्य और गिरीधारी राय को गिरफ्तार किया है। मालूम हो कि इस महीने की 19 तारीख को बिहार से दो युवक केंद्रीय अर्धसैनिक बल की परीक्षा देने सिलीगुड़ी आये थे, क्योंकि उनका सेंटर यहां पड़ा था। जब वह एक गेस्ट हाउस में ठहरे थे उस समय रजत और गिरीधारी आये तथा नींद में सोये दोनों युवकों को उठाकर कहने लगे कि हमलोग पुलिस कर्मी हैं। आईबी से आये हैं। इसके बाद उनके बंगला नहीं समझने पर धमकाया तथा धक्कामुकी की। ये छात्र बोल रहे थे कि हमलोगों का सेंटर यहां पड़ा है इसलिए आये हैं लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गयी। रजत को कहते हुए सुना जा सकता है कि तुम लोग तो बंगाल के नहीं हो तो क्यों यहां परीक्षा देने आये हो। इसका विडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। उस विडियो में देखा जा सकता है कि वे दो युवकों को प्रताड़ित कर रहे हैं। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही सिलीगुड़ी पुलिस प्रशासन हिल गया। सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने वीडियो को देखने के बाद घटना की जांच शुरू कर दी तथा गुरुवार दोपहर सिलीगुड़ी के एसएफ रोड के रहने वाले रजत भट्टाचार्य कोगिरफ्तार कर लिया गया। बाद में गिरीधारी राय को भी पकड़ा गया। सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मारपीट के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उधर, बिहार के स्थानीय मंत्रियों से लेकर जन प्रतिनिधियों ने सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा की है। उल्लेखनीय है कि बंगाल के छात्र भी दूसरे राज्यों में परीक्षा देने जाते हैं इस तरह की घटना होने पर सभी का नुकसान होगा।
सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 40 के पार्षद राजेश प्रसाद मुन्ना ने कहा कि यह घटना निंदनीय है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस तरह की घटनाओं का समर्थन नहीं करती है। बिहार व बंगाल के लोगों में भेदभाव नहीं किया जाता है। बांग्ला पक्ष के लोगों ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है। इसके खिलाफ जांच कर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस इस घटना की जांच कर कड़ी कार्रवाई करेगी।
माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी के विधायक आंनदमय बर्मन ने कहा कि अन्य राज्य से आए लोग मेहमान होते हैं, लेकिन उन्हें भाषा के आधार पर तौलना गलत है। इसके साथ ही उन्हें शारीरिक रुप से प्रताड़ित करना काफी निंदनीय है। हम चाहते है कि पुलिस इस घटना की जांच कर आरोपियों को सजा दे। परीक्षा के लिए यहां से भी छात्र-छात्राएं अन्य राज्यों में जाते है अगर दुर्व्यवहार किया जाए, किसी को भी अच्छा नहीं लगेगा।