कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता के आरजी कर कॉलेज और हॉस्पिटल में हाल ही में हुए ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले के संदर्भ में जूनियर डॉक्टर्स के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह बैठक आज शाम 5 बजे सीएम आवास, कालीघाट में निर्धारित की गई है। मुख्य सचिव मनोज पंत द्वारा भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया गया है कि यह बैठक डॉक्टरों के साथ पांचवीं और अंतिम अवसर होगी। बैठक में वही 15 जूनियर डॉक्टर्स भाग ले सकेंगे जिन्हें 14 सितंबर को चौथी बैठक के लिए बुलाया गया था।
लाइव स्ट्रीमिंग और रिकॉर्डिंग
इस बैठक की लाइव स्ट्रीमिंग और वीडियो रिकॉर्डिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, पिछली बैठकों में भी लाइव स्ट्रीमिंग पर प्रतिबंध था, लेकिन सरकार ने बैठक की रिकॉर्डिंग का आश्वासन दिया था। इस बार, रिकॉर्डिंग के मामले में भी कोई स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है।
जूनियर डॉक्टर्स का रुख
जूनियर डॉक्टर्स ने अभी तक स्पष्ट नहीं किया है कि वे इस बैठक में शामिल होंगे या नहीं। वे पिछले 38 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्होंने अपनी पांच प्रमुख मांगें सरकार के सामने रखी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 10 सितंबर को डॉक्टरों को प्रदर्शन समाप्त कर काम पर लौटने का आदेश दिया था, लेकिन डॉक्टरों ने अपनी मांगें पूरी होने तक काम पर लौटने से इनकार किया है।
पिछली बैठकों का ब्योरा
10 सितंबर: डॉक्टरों ने पुलिस मुख्यालय से स्वास्थ्य भवन तक मार्च निकाला। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शाम 5 बजे नबन्ना सचिवालय में बैठक का आयोजन किया, जहां डॉक्टरों की अनुपस्थिति के कारण बैठक बिना किसी निष्कर्ष के समाप्त हो गई।
11 सितंबर: जूनियर डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल सरकार को मेल भेजकर बैठक का समय निर्धारित करने का अनुरोध किया। सरकार ने शाम 6 बजे का समय तय किया, लेकिन डॉक्टर अपनी शर्तों पर अड़े रहे और बैठक में शामिल नहीं हुए।
12 सितंबर: तीसरी बार डॉक्टरों को बैठक के लिए बुलाया गया। 32 डॉक्टर सचिवालय पहुंचे, लेकिन सरकार ने केवल 15 को बुलाया और बैठक की लाइव स्ट्रीमिंग की अनुमति नहीं दी। इसके परिणामस्वरूप डॉक्टरों ने बैठक में भाग नहीं लिया और ममता बनर्जी ने 2 घंटे 10 मिनट तक इंतजार किया।
14 सितंबर: मुख्यमंत्री ने 15 डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल को सीएम हाउस में बुलाया। डॉक्टरों ने लाइव टेलीकास्ट की मांग की, जिसे सरकार ने अस्वीकार कर दिया। ममता बनर्जी ने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और लाइव स्ट्रीमिंग संभव नहीं है।