बिधाननगर : रात के अंधेरे में न्यूटाउन में सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से नई दुकानें लगाकर कब्जा किया जा रहा है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि सरकारी सर्वे कर उसके बदले नयी दुकान सरकार से हासिल कर सके। धड़ल्ले से रात के अंधेरे में यह चल रहा है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चाहती हैं कि सड़कें हॉकरों से मुक्त हो, फुटपाथ पर लोगों की चलने की जगह हो। अवैध कब्जा हटे, लेकिन न्यूटाउन में इसकी विपरीत स्थिति देखी जा रही है। न्यू टाउन के कई क्षेत्रों में सरकारी जमीन पर कब्जा कर दुकानें बनाई जा रही है। मुख्य रूप से बालीगुड़ी, 18वीं मंजिल इलाका, टीसीएस गीतांजलि पार्क इलाका, न्यू टाउन राम मंदिर इलाका शामिल हैं। आरोप है कि ये अवैध दुकानें कुछ नेताओं की मदद से रातों-रात बनाई जा रही है ताकि वहां पर सरकार द्वारा सर्वे करवाकर उसके एवज में पक्की दुकान सरकार से हासिल किया जा सके। इन सभी की जानकारी पुलिस को दी जा रही है लेकिन वे निष्क्रिय हैं।
हिडको के अधिग्रहीत जमीन पर भी हो रहा कब्जा
सरकारी अन्य जमीनों के साथ ही हिडको के अधिग्रहीत जमीन पर भी रात के अंधेरे में अचानक अवैध दुकानों खुल रही है। इससे स्थानीय लोग या पुराने दुकानदार भी परेशान हैं। कारण पुराने दुकानदार को डर सता रहा है की नई दुकान को हटाने के चक्कर में प्रशासन पुराने दुकानदारों को भी वहां से हटा ना दे।
क्या कहना है नेताओं का
बीजेपी नेता अम्यो मंडल की शिकायत है कि एक तरफ जहां मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्यभर में हॉकरों के लिए सर्वे कराया जा रहा है। उसी वजह से सरकारी जमीन पर नयी दुकानें बनायी जा रही हैं, नाकि अगर एनकेडीए बाद में किसी बाजार में पुनर्वास के लिए दे तो वे दुकानें बेचकर मोटी रकम कमा सकते हैं। स्थानीय पाथरघाटा ग्राम पंचायत के सदस्य मतीन अली मोल्ला ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के कुछ नेता और कार्यकर्ता सारा पैसा लेकर यह नई दुकान स्थापित कर रहे हैं जहां बाहरी लोगों को दुकान दिया जा रहा है। सीपीएम नेता सप्तर्षि देव ने कहा कि इन अवैध दुकानों को स्थापित करने में तृणमूल के मेडिएटर शामिल हैं और पुलिस प्रशासन भी उनके साथ है ताकि आने वाले दिनों में वे इन दुकानों को बेचकर मोटी रकम कमा सकें।