कोलकाता : ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ जी की रथ यात्रा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। 7 जुलाई 2024 को विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा निकाली जाएगी। इसमें भव्य रथों पर सवार होकर भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा देवी और बलभद्र गुंडीचा मंदिर की ओर प्रस्थान करेंगे। मान्यता है कि रथयात्रा के दौरान भगवान के दर्शन करने से पापों का नाश होता है और मन शुद्ध होता है। जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन 10 दिनों तक चलता है। इस दौरान कई परंपराएं निभाई जाती है। आइए जानते हैं रथ यात्रा महोत्सव के दस दिन का पूरा शेड्यूल।
जगन्नाथ रथ यात्रा 2024 का पूरा शेड्यूल
जगन्नाथ रथ यात्रा शुरू – 7 जुलाई 2024 को जगन्नाथ जी, बलभद्र और सुभद्रा को रथों में विराजमान कराया जाएगा और वे सिंहद्वार से निकलकर गुंडिचा मंदिर की ओर प्रस्थान करेंगे।
8-15 जुलाई 2024- रथ गुंडिचा मंदिर में रहेंगे। यहां उनके लिए भिन्न-भिन्न प्रकार के पकवान बनाए जाते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और आज भी इसका पूरी तरह से पालन किया जाता है। यहां भक्त दर्शन करते हैं।
रथ यात्रा का समापन: 16 जुलाई 2024 को तीनों देवी देवता वापस जगन्नाथ मंदिर लौटेंगे।
गुंडीचा मंदिर में क्या होता है ?
मौसी के घर ठहरने के दौरान भगवान जगन्नाथ के दर्शन को आड़प-दर्शन कहा जाता है। इन दिनों में नारियल, मालपुए, लाई, गजामूंग आदि के महाप्रसाद का भोग जगन्नाथ जी को लगाया जाता है। इसके बाद भगवान वापस अपने घर यानी जगन्नाथ मंदिर चले जाते हैं।
2024 में जगन्नाथ रथ यात्रा की तारीख
हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 7 जुलाई, 2024 को सुबह 04 बजकर 26 मिनट पर शुरू हो रही है। द्वितीया तिथि का समापन 8 जुलाई, 2024 को सुबह 04 बजकर 59 मिनट पर होगाय ऐसे में उदया तिथि के अनुसार 2024 में जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत 7 जुलाई से होने वाली है।