कोलकाता: पश्चिम बंगाल के दौरे पर आए भारतीय जनता पार्टी के एक केंद्रीय दल को मंगलवार को अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के विरोध-प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। भाजपा कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उस समय सहानुभूति नहीं दिखाई, जब लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में कथित हिंसा के चलते उन्हें अपने घरों से विस्थापित होना पड़ा। यह घटना डायमंड हार्बर के अमतला इलाके में हुई, जो तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता अभिषेक बनर्जी का लोकसभा क्षेत्र है। टीएमसी ने दावा किया कि इस घटना से संकेत मिलता है कि भाजपा नेता अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कटे हुए हैं। त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब के नेतृत्व में चार सदस्यीय दल लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा कथित हिंसा के बाद स्थिति का आकलन करने के लिए पश्चिम बंगाल का दौरा कर रहा है।
बंगाल में नहीं है कानून-व्यवस्था….
बता दें कि दक्षिण 24 परगना जिले के अमतला में पार्टी के असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय दल के काफिले को रोक लिया और दौरे पर आए नेताओं के समक्ष अपनी शिकायतें रखीं। बाद में दल ने उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि का दौरा किया और उस क्षेत्र के स्थानीय लोगों से बात की, जहां टीएमसी नेताओं पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाया गया था। संदेशखालि में पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा केंद्रीय दल के सदस्य बृज लाल ने कहा कि यह पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने आने वाली समस्याओं से पूरी तरह वाकिफ है। उन्होंने कहा ‘पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था नहीं है। पिछले तीन दिनों में राज्य में विभिन्न स्थानों का दौरा करने के बाद दल को यही जानकारी मिली है।’ लाल ने कहा कि केंद्रीय दल भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। उन्होंने कहा ‘पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए जरूरत पड़ने पर हम अदालत का रुख करेंगे।’