कोलकाता : पापा, डैड, डैडी, बाबा, अब्बू, अप्पा। भाषा कोई भी हो लेकिन एक पिता की भूमिका को किसी के भी जिंदगी में नजरंदाज नहीं किया जा सकता। पिताओं के निरंतर प्यार, समर्थन और फादरहुड का जश्न मनाने के लिए हर साल जून के महीने में फादर्स डे मनाया जाता है। इस साल फादर्स डे 16 जून को मनाया जा रहा है। बाकी पर्व की तरह फादर्स डे की कोई एक तारीख नहीं होती। इसे जून के तीसरे रविवार को सेलिब्रेट किया जाता है। लेकिन ऐसा क्यों? आइए समझते हैं। दरअसल, फादर्स डे की उत्पत्ति का इतिहास मदर्स डे की सफलता और खनन आपदा से जुड़ा हुआ है। सबसे पहली बार फादर्स डे वेस्ट वर्जीनिया में मोनोग्राफ खनन आपदा के बाद मनाया गया। दरअसल, 1907 के दिसंबर में हुई इस आपदा में 361 लोगों की मौत हो गई और लगभग 1,000 बच्चे अनाथ हो गए। इस मौके पर पास के चर्च ने उन सभी पिताओं के सम्मान में 5 जुलाई, 1908 को रविवार का उपदेश रखा। तब यह केवल एक बार का स्मरणोत्सव था न कि नेशनल डे।
किसने शुरू की फादर्स डे मनाए जाने की पहल?
अगले साल, वाशिंगटन की सोनोरा स्मार्ट डोड नाम की महिला मदर्स डे की तरह एक आधिकारिक फादर्स डे की स्थापना करने में जुट गई। सोनोरा अपने पिता का काफी सम्मान करती थी। उन्होंने अकेले सोनोरा समेत छह बच्चों का पालन-पोषण किया था। मदर्स डे की सफलता को देख सोनोरा को भी फादर्स डे शुरू करने का हौसला मिला।
मदर्स डे की उत्पत्ति भी कुछ-कुछ फादर्स डे जैसी थी। ऐन रीव्स नाम की एक महिला ने अपनी माता की याद में सबसे पहले 1908 में वेस्ट वर्जीनिया के एक चर्च में मदर्स डे का कार्यक्रम आयोजित किया था। 1912 तक कई राज्यों, कस्बों और चर्चों ने मदर्स डे को नेशनल हॉलिडे के रूप में अपना लिया। जल्द ही तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने 1914 में आधिकारिक तौर पर मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में स्थापित करने वाले एक समझौते पर साइन कर दिया। हालांकि, मदर्स डे की तुलना में फादर्स डे को फैलने में काफी समय लग गया।
जून का तीसरा रविवार क्यों चुना गया?
सोनोरा स्मार्ट डोड फादर्स डे के आइडिया के लिए समर्थन जुटाने के लिए स्थानीय चर्चों, वाईएमसीए, दुकानदारों और सरकारी अधिकारियों के पास गईं। इसमें वो सफल भी रही। पहले, फादर्स डे के आयोजन की तारीख 5 जून तय की गई थी, लेकिन बाद में इसे बदलकर 19 जून (जून का तीसरा रविवार) कर दिया गया, क्योंकि कई पादरियों को तैयारी के लिए अधिक समय की जरूरत थी।
राष्ट्रपति ने फहराया झंडा
धीरे-धीरे फादर्स डे का विचार फैलने लगा। 1916 में, राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने वाशिंगटन में एक बटन दबाकर स्पोकेन शहर में झंडा फहराने के लिए टेलीग्राफ सिग्नल का उपयोग करके इस दिन का सम्मान किया। बताया जाता है कि राष्ट्रपति विल्सन इस दिन को आधिकारिक बनाना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने इस डर से विरोध किया कि यह उत्सव काफी ज्यादा कमर्शियल हो जाएगा। 1924 में, अमेरिकी राष्ट्रपति केल्विन कूलिज ने राज्य सरकारों से फादर्स डे मनाने का आग्रह किया, लेकिन तब भी इसे राष्ट्रीय दिवस का दर्जा नहीं मिला।
सोनोरा स्मार्ट डोड ने फादर्स डे को राष्ट्रीय उत्सव बनाने के लिए काम करना जारी रखा। 1938 में, उन्होंने फादर्स डे काउंसिल, न्यूयॉर्क मेन्स वियर रिटेलर्स के एक समूह, के साथ इस उत्सव के कमर्शियल प्रचार के लिए साथ काम किया।चूंकि, इस दिन को कमर्शियलाइजेशन करने की कोशिश की जा रही थी, इसलिए अमेरिकियों ने फादर्स डे तक छुट्टियों का विरोध किया।
फादर्स डे बना नेशनल हॉलिडे
1966 में आखिरकार तब के अमेरिकन राष्ट्रपति लिंडन बी. जॉनसन ने जून के तीसरे रविवार को पिताओं के सम्मान में पहली राष्ट्रपति उद्घोषणा जारी की। फादर्स डे को नेशनल हॉलिडे बनाने का काम राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन के समय में हुआ। उन्होंने ही फादर्स डे को एक स्थायी नेशनल हॉलिडे बनाने वाले कानून पर हस्ताक्षर किया। मदर्स डे के अस्तित्व में आने के 50 साल बाद 1972 में फादर्स डे की शुरूआत हुई।