कोलकाता: बंगाल में भीषण गर्मी का कहर छाया हुआ है। इस बीच कोलकाता में हाथ से चलने वाले रिक्शा चालकों को कम यात्रियों के आने के साथ-साथ कड़ी शारीरिक मेहनत करने के कारण भीषण गर्मी का भी सामना करना पड़ रहा है। हाल के दिनों में हाथ रिक्शा चालकों के याित्रियों की संख्या में कमी आई है। बता दें कि परिवहन का यह प्रतिष्ठित साधन अभी भी उत्तरी कोलकाता के कुछ इलाकों जैसे बड़ा बाजार, कॉलेज स्क्वायर और मानिकतला में चल रहा है।
मैं बूढ़ा हो गया हूं, तापमान बढ़ रहा है- रिक्शा चालक
रिक्शा चालक न केवल भीषण गर्मी में काम कर रहे हैं, बल्कि कई बार उन्हें सड़क पर घंटों इंतजार भी करना पड़ता है, क्योंकि इस भीषण गर्मी में यात्री कम होते हैं। रिक्शा चालकों का कहना है कि गर्मी के महीनों में यात्री आमतौर पर घर के अंदर रहना पसंद करते हैं। बिहार के रहने वाले रिक्शा चालकों में से एक दिनेश सिंह ने कहा कि उनके पास कोई विकल्प नहीं है और उन्हें बुढ़ापे के बावजूद आजीविका चलाने की जरूरत है। रिक्शा चालक नेे बताया कि हमें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मैं बूढ़ा हो गया हूं, तापमान बढ़ रहा है और मेरे बच्चे मेरा साथ नहीं देते। क्या करें? मुझे आजीविका चलाने की जरूरत है। गर्मी के महीनों में अपनी कमाई के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि उन्होंने दोपहर तक सिर्फ़ 150 रुपये कमाए हैं और उसमें से भी उन्होंने दोपहर के खाने में काफ़ी हिस्सा खर्च कर दिया है। मैंने अब तक सिर्फ़ 150 रुपये कमाए हैं। मैंने 50-60 रुपये में दोपहर का खाना खाया है। मैं बिहार से हूँ। उन्होंने आगे कहा कि कमाई उनकी किस्मत पर निर्भर करती है और आम तौर पर यह 200-300 रुपये प्रतिदिन होती है।
मौसम विभाग का कहना है कि…
बता दें कि मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया, पश्चिम बर्दवान, बांकुरा, पश्चिम मिदनापुर और झारग्राम जैसे जिलों में शनिवार तक भीषण गर्मी जारी रहने का अनुमान जताया है। शुक्रवार को पुरुलिया में कुछ स्थानों पर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि पश्चिम बर्दवान, बांकुरा, पश्चिम मिदनापुर और झारग्राम में एक या दो स्थानों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।