नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद बनीं कंगना रनौत ने एक इंटव्यू के दौरान राजनीति को लेकर कहा कि फिल्मों में काम करना राजनीति से कहीं ज्यादा आसान है। अभिनेत्री कंगना ने कहा कि भले ही वह इस साल मार्च में बीजेपी में शामिल हुईं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उन्हें राजनीति में शामिल होने के लिए कई ऑफर्स मिले। कंगना ने आगे कहा कि मेरे दादा भी विधायक थे। जब कंगना से सवाल किया गया कि उन्होंने राजनीति के लिए बीजेपी का ही चुनाव क्यों तो कंगना के कहा कि ऐसा करने के लिए यही सही समय है, भले ही उन्हें पिछले कुछ वर्षों में कई प्रस्ताव मिले। उनके परदादा सरजू सिंह रानौत भी विधायक थे इसलिए ये ऑफर कभी भी मेरे परिवार से बहुत दूर नहीं थे। मेरी पहली फिल्म गैंगस्टर के तुरंत बाद मुझे पॉलिॉटिक्स ज्वाइन करने का ऑफर दिया गया। पिछले कुछ सालों में मेरे पिता और बहन को भी इस तरह के ऑफर मिले। ये पहली बार नहीं है जो मुझसे राजनीति में शामिल होने के लिए संपर्क किया गया।वैसे अगर मुझे खुद भी इसमें दिलचस्पी नहीं होती तो वास्तव में मुझे इतनी परेशानियों से नहीं गुजरना पड़ता था।
राजनीति बड़ी बेरहम है…
बता दें कि कंगना ने कहा कि राजनीति में एक कठोर जीवन जीना पड़ता है, ये फिल्मों से पूरी तरह अलग है। एक फिल्म एक्ट्रेस के रूप में आप सेट और प्रीमियर पर जाते हैं, जहां आप रिलेक्स होते हैं। हम एक्ट्रेस के रूप में एक सॉफ्ट लाइफ जीते हैं। मुझे इस जीवन में ढलने और इस कठोरता के साथ तालमेल बिठाने में काफी समय लगा। राजनीति में पूरी तरह से कठोर जीवन है, बिल्कुल डॉक्टर की तरह, जहां केवल परेशान लोग ही आपसे मिलने आते हैं। वहीं दूसरी ओर जब आप फिल्म देखने जाते हैं तो आप बहुत आराम महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि अपने गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव से मार्गदर्शन प्राप्त करने के बाद मैं इस रास्ते पर निकली। उन्होंने राजनीति में अपनी एंट्री का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे गुरु ने कहा था कि अगर आप वह करते हैं, जो आपको पसंद है तो आप बुद्धिमान हैं, लेकिन अगर आप वो करते हैं, जो जरूरी है तो आप जीनियस है।