कोलकाता : जारी लोकसभा चुनाव के तहत विशेष चुनाव पर्यवेक्षक और विशेष पुलिस पर्यवेक्षक के अलावा चुनाव आय़ोग द्वारा प्रति संसदीय क्षेत्र में तीन अतिरिक्त पर्यवेक्षकों की नियुक्त की गई है। सातवें चरण के मतदान संपन्न होने के बाद आघामी 4 जून को होने जा रहे मतगणना को लेकर चुनाव आयोग ने इसी नियम के तहत मतगणना केंद्र पर पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है। आयोग सूत्रों के अनुसार 4 जून को राज्य के 42 लोकसभा सीटों के लिए हुए मतदान की गिनती 55 मतगणना केंद्रों पर की जाएगी। आयोग ने इन केंद्रों पर 138 गणना पर्यवेक्षकों को नियुक्त करने का निर्णय किया है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने मतगणना केंद्र पर मौजूद राजनीतिक दलों के एजेंटों के लिए विशेष निर्देश जारी किया है। आयोग ने मतगणना के दौरान राजनीतिक दल के एजेंटों को अपना टेबल छोड़कर इधर-उधर घूमने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।
मतगणना केंद्र में मोबाईल ले जाने पर हो सकती ही सजा….
कोलकाता दक्षिण संसदीय क्षेत्र की वोटों की गिनती सात मतगणना केंद्रों पर होगी। डायमंड हार्बर निर्वाचन क्षेत्र के वोटों की गिनती 4 मतगणना केंद्रों पर की जाएगी। दार्जिलिंग निर्वाचन क्षेत्र के वोटों की गिनती तीन मतगणना केंद्रों पर की जाएगी। रायगंज और बारासात निर्वाचन क्षेत्रों के वोटों की गिनती दो-दो मतगणना केंद्रों पर होगी। इसके साथ ही मतगणना केंद्र के अंदर रिटर्निंग ऑफिसरों और गणना पर्यवेक्षकों को छोड़कर किसी को भी मोबाइल फोन साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी। जांच के दौरान अगर किसी के पास मोबाइल फोन पाया गया तो उसे जब्त करने के साथ ही जुर्माना या कारावास या दोनों की सजा दी जा सकती है। आयोग सूत्रों के अनुसार मतगणना केंद्र के बाहर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होगी। पहले स्तर पर केंद्रीय बल के जवान तैनात होंगे। दूसरे स्तर में राज्य के राज्य सशस्त्र पुलिस और तीसरे स्तर में लाठीधारी पुलिस के जवान तैनात होंगे।
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