कोलकाता: शहर की हवा में काफी सुधार हुआ है। ये दावा कोलकाता नगर निगम ने किया है। मंगलवार को कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कोलकाता में कई कोशिशों के बाद हमने पर्यावरण मंत्रालय के सामने साबित किया कि हवा की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है। कोलकाता देश के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक था। बात दें कि 131 प्रदूषित शहरों में से कोलकाता 20 के अन्दर था। काफी कोशिशों के बाद भी यह पता लगाना मुश्किल था कि कैसे वायु प्रदूषण को ठीक किया जाये फिर बोस इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर अभिजीत चटर्जी ने इसे ठीक करने का सुझाव दिया। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं कि उनकी सलाह से हमें इसमें सफलता मिली।
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’40 प्रतिशत तक सुधरी हवा की गुणवत्ता’
मेयर ने कहा कि भारत सरकार की रिपोर्ट में कहा गया है कि नगर निगम कोलकाता को दिये गये लक्ष्य का 75 प्रतिशत हासिल करने में सफल रहा है। कई अन्य प्रदूषित शहर KMC द्वारा प्राप्त लक्ष्य का 25 प्रतिशत भी हासिल करने में विफल रहे हैं। परिणामस्वरूप कोलकाता शहर की वायु गुणवत्ता में 40 प्रतिशत तक सुधार संभव हो सका है। मेयर ने कहा कि कोलकाता को भारत में तीसरे प्रदूषण मुक्त शहर के रूप में मान्यता दी गई है इसलिए हम आने वाले दिनों में प्रदूषण को दूर करने के लिए कोलकाता के लोगों का समर्थन मांग रहे हैं।
‘प्रदूषण कम करने के लिए निगम ने किया यह उपाय’
निगम सूत्रों के मुताबिक प्रो. अभिजीत की सलाह पर निगम ने प्रदूषण कम करने के लिए ठोस कचरा प्रबंधन विभाग के कामकाज में व्यवस्थित बदलाव किये। साथ ही कंस्ट्रक्शन साइट को ढक कर काम करना, प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को नगर निगम के परिचालन से पूरी तरह बाहर करना, 15 साल से अधिक पुराने सभी वाहनों को स्क्रैप करना और इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देना भी शामिल है। इसके अलावा कोलकाता में प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर निगम ने निगरानी भी बढ़ायी है।