आज 4 लोस क्षेत्रों में उम्मीदवारों की किस्मत हिन्दीभाषी वोटरों के हाथ में | Sanmarg

आज 4 लोस क्षेत्रों में उम्मीदवारों की किस्मत हिन्दीभाषी वोटरों के हाथ में

इन क्षेत्रों में हिन्दीभाषी निर्णायक भूमिका में
हावड़ा 40 %
बैरकपुर 35- 40%
हुगली 30%
श्रीरामपुर 35 %
2019 के नतीजे
हावड़ा : 12,22,708 मत पड़े थे यानी 74.83 % वोट पड़े थे। तृणमूल काे 47.18% वोट मिले जबकि भाजपा को 38.73% वोट मिले।
बैरकपुर : 1,104,699 मतदान पड़े थे यानी 76.91 % वोट पड़े थे। भाजपा को 42.82% और तृणमूल को 41.48 % वोट मिले थे।
श्रीरामपुर : 1,402,259 मतदान पड़े थे यानी करीब 78.54% वोट पड़े थे। तृणमूल को 45.50% तथा भाजपा को 38.47% वोट मिले थे।
हुगली : 1,457,842 मतदान पड़े थे यानी 82.52% वोट पड़े थे। यहां भाजपा को 46.03% तथा तृणमूल को 41.00 % वोट मिले थे।
महिला व पुरुष वोटर्स
हावड़ा में महिला वोटर्स 858610, पुरुष वोटर्स 910535 हैं।
बैरकपुर में महिला वोटर्स 739505 तथा पुरुष वोटर्स 769178 हैं।
श्रीरामपुर में महिला वोटर्स 953855 व पुरुष वोटर्स हैं 9727394 हैं।
हुगली में महिला वोटर्स 932784 व पुरुष वोटर्स 925219 हैं।

कोलकाता : आज बंगाल में सात लोकसभा सीटों पर मतदान होने जा रहे हैं। ये सात सीटें हैं हावड़ा, उलूबेड़िया, हुगली, श्रीरामपुर, आरामबाग, बैरकपुर और बनगांव हैं। आज के चुनाव में 7 में से करीब 4 लोकसभा सीटों में हिन्दीभाषियों की भूमिका निर्णायक मानी जा रही है। यह कहना गलत नहीं होगा कि उम्मीदवारों की किस्मत की चाबी हिन्दीभाषी वोटर्स के हाथों में है। जिन सात लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव हो रहे हैं उनमें से हावड़ा, बैरकपुर, श्रीरामपुर, हुगली में हिन्दीभाषियों की आबादी उल्लेखनीय है। वहीं उलूबेड़िया, आरामबाग और बनगांव में भी अन्य भाषाभाषी वोटर्स के साथ ही हिन्दीभाषी वोटर्स भी हैं।लेकिन पहले चार क्षेत्रों में हिन्दीभाषी वोटर्स की अहम भूमिका होगी।

यहां हैं अधिक हिन्दीभाषी आबादी : श्रीरामपुर लोकसभा में भारी संख्या में हिन्दीबहुल इलाके हैं। श्रीरामपुर, चांपदानी, चंडीतला,उत्तरपाड़ा में भारी तादाद में हिन्दीभाषी रहते हैं। बैरकपुर के कांचरापड़ा, टीटागढ़, भाटपाड़ा, जगदल, कांकीनाड़ा, श्यामनगर सहित अन्य कई क्षेत्र हिन्दीबहुल हैं। हावड़ा के मध्य हावड़ा, उत्तर हावड़ा, बाली, शिवपुर में भारी संख्या में बिहार, यूपी, राजस्थान, हरियाणा के लोग बसते हैं। हुगली में चुंचुड़ा,चंदननगर, पांडुआ, धनियाखाली में भी हिन्दीभाषी अच्छी खासी आबादी है।

हिन्दीभाषियों को रिझाने के लिए आवासन तक पहुंचे थे प्रार्थी : इन लोकसभा क्षेत्रों में हिन्दीभाषी वोट कितने महत्वपूर्ण है। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि सभी पार्टियों के उम्मीदवारों ने ऊंची इमारतों में रहनेवाले हिन्दीभाषी मतदाताओं को रिझाने के लिए कई बैठकें व सभाएं की। हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी हावड़ा के कॉम्प्लेक्स में रहने वाले राजस्थान मूल के लोगों से फोन पर बात कर उनसे वोट देने की अपील की। भाजपा भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती।

महिला वोटर्स भी अहम: इन चार लोकसभा क्षेत्रों में हावड़ा, बैरकपुर, श्रीरामपुर में महिला वोटर्स और पुरुष वोटर्स की संख्या में मामूली अंतर है। महिलाओं ने अपने मताधिकार के प्रयोग में बेहतरीन भूमिका निभाई थी। ऐसे में आ​ज भी उम्मीदवारों को महिला वोटर्स से उम्मीदें हैं।

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