वहीं तीसरा और चौथा सेमेस्टर एग्जाम एक ही सेंटर पर होने की संभावना है। इसके साथ ही पहले उच्च माध्यमिक में विषयों की संख्या 60 से बढ़ाकर 62 विषय कर दी गयी है। परिषद ने भाषा में गुजराती, फ्रेंच और पंजाबी को पाठ्यक्रम से हटा दिया है। इनके स्थान पर साइंस स्ट्रीम में एआई, साइबर सिक्योरिटी और सभी स्ट्रीम के छात्रों के लिए साइंस ऑफ वेल बीइंग (मनोविज्ञान) को जोड़ा गया है। वहीं एग्रोनॉमी विषय का नाम बदलकर एग्रीकल्चर कर दिया गया है। होम मैनेजमेंट एंड फैमिली रिसोर्स विषय का नाम बदलकर ह्यूमन डेवलपमेंट एंड रिसोर्स मैनेजमेंट कर दिया गया है। फिजिकल एजुकेशन विषय को अब किसी भी स्ट्रीम के छात्र चुन सकेंगे। इसके साथ ही प्रैक्टिकल एग्जाम में पास होने के लिए 70/30 में से 21 अंक लाने होंगे। वहीं जिन विषयों में प्रैक्टिकल नहीं है, लेकिन प्रोजेक्ट हैं, उन विषयों में लिखित परीक्षा 80 अंक और प्रोजेक्ट टेस्ट 20 अंक के होंगे। परीक्षा में पास होने के लिए 24 अंक प्राप्त करने होंगे। इसके साथ ही परिषद द्वारा एक और बड़ा बदलाव किया गया है। किसी भी एक सेमेस्टर में फेल होने वाले छात्र अगर अगले सेमेस्टर एग्जाम में जितने अंक कम आए थे उसे प्राप्त कर लेते हैं, तो उन्हें पास कर दिया जाएगा।
WBCHSE: साल में दो बार देनी होगी 12वीं की परीक्षा, हुआ ये बदलाव
कोलकाता: राज्य में यह पहली बार है जब उच्च माध्यमिक की परीक्षा सेमेस्टर सिस्टम के अंतर्गत शुरू की जाएगी। साल 2013 के बाद उच्च माध्यमिक के पाठ्यक्रम में बदलाव किए गए थे। अब 11 साल बाद पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद उच्च माध्यमिक की परीक्षाओं में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। उच्च माध्यमिक की परीक्षाएं अब दो साल में चार सेमेस्टर के अधिन आयोजित की जाएगी। 11वीं कक्षा की परीक्षा दो सेमेस्टर में होंगी। यह स्कूल द्वारा ही आयोजित की जाएगी। हालांकि 12वीं कक्षा के सेमेस्टर एग्जाम पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित की जाएगी। पहला और तीसरा सेमेस्टर एग्जाम हर वर्ष नवंबर महीने में आयोजित किया जाएगा। जबकी दूसरा और अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा मार्च महीने में आयोजित की जाएगी। तीसरे और चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं एक ही एडमिट कार्ड में दी जाएंगी। पहले तीन सेमेस्टर के एग्जाम डेढ़ घंटे के होंगे, जबकी आखिरी सेमेस्टर एग्जाम दो घंटा का होगा।
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