कोलकाता: बंगाल में शराब की बिक्री तेजी से बढ़ती जा रही है। राज्य में 2023 में शराब की सबसे ज्यादा बिक्री हुई है। सिर्फ दिसंबर के महीने में राज्य में 2,350 करोड़ की शराब बिकी। राज्य के एक अधिकारी ने बताया कि जहां राष्ट्रीय स्तर पर उत्पाद शुल्क क्षेत्र में वृद्धि धीमी रही, वहीं बंगाल में शराब की बिक्री में रिकॉर्ड वृद्धि हुई। इस कैलेंडर वर्ष में शराब उद्योग से राज्य के खजाने में 18,500 करोड़ रुपये से अधिक आये हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
जानकारी के मुताबिक बंगाल में साल 2022 में शराब की कुल बिक्री 21,000 करोड़ रुपये की हुई थी। इंटरनेशनल स्पिरिट्स एंड वाइन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ISWAI) की CEO नीता कपूर ने कहा कि 2022 में भारत में स्पिरिट उद्योग की ओवरऑल वृद्धि समान नहीं रही है। उन्होंने आगे कहा कि 2023, 2022 में समान स्तर पर नहीं था। इसमें धीमी वृद्धि देखी गई है। जबकि साल 2023 में अच्छी वृद्धि देखी गई है।
पूजा के दौरान 20 फीसदी बढ़ी बिक्री
दुर्गा पूजा के पांच दिनों के दौरान बंगाल में शराब की बिक्री 20 फीसदी बढ़ गई। पिछले साल इसी अवधि में शराब की बिक्री 500 करोड़ रुपये थी, जो इस साल इस समय बढ़कर 600 करोड़ रुपये हो गयी है। पूजा के दौरान शराब की बिक्री 5-6 फीसदी बढ़ गयी।
2022-23 में 22,000 करोड़ की हुई बिक्री
वित्तीय वर्ष की बात करें तो वित्तीय वर्ष 2022-23 में बंगाल में शराब की बिक्री 22,000 करोड़ रुपये की हुई। 2021-22 में 18,000 करोड़ रुपये हुई। पिछले वित्त वर्ष में पहली बार बंगाल में शराब की बिक्री 20,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गई। 2022-23 में बीयर की बिक्री 4,000 करोड़ रु. 2021-22 में यह 1,700-1,800 करोड़ के बीच था। इसके बावजूद शराब की बिक्री में बीयर की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत थी, जो 2021-22 में 9 प्रतिशत से बढ़कर 1 अप्रैल, 2022 और 31 मार्च, 2023 के बीच 18 प्रतिशत हो गई। बता दें कि 2014-15 में राज्य का उत्पाद शुल्क 3,587 करोड़ था। 2022-23 में यह राशि बढ़कर 16,000 करोड़ तक हो गई।