नई दिल्ली: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद बीते कई महीनों से अडानी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त भूचाल आ गया था। ग्रुप के कई शेयरों में गिरावट दर्ज की गई थी। उसके बाद हिंडनबर्ग के आरोपों की जांच की गई। इस जांच में अमेरिकी सरकार की ओर से हिंडनबर्ग रिपोर्ट में गौतम अडानी पर लगाए गए फ्रॉड के आरोपों को गलत पाया गया है।
अमेरिकी सरकार कर रही थी जांच
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारी की ओर से कहा गया कि अमेरिकी सरकार की जांच में हिंडनबर्ग द्वारा अरबपति कारोबारी गौतम अडानी पर लगाए गए आरोप सही नहीं पाए गए हैं। इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प द्वारा ये जांच पूरी की गई है। अमेरिकी एजेंसी भारतीय कंपनी पर निगरानी अभी भी जारी रखेगी। सरकार अनजाने में किसी वित्तीय हेरफेर, अनुचित व्यवहार, या अन्य का समर्थन नहीं करती है। बता दें, चीन के प्रभाव को श्रीलंका में कम करने के लिए अडानी ग्रुप कोलंबो में एक पोर्ट टर्मिनल विकसित कर रहा है, जिसे अमेरिकी सरकार का समर्थन मिला है। इसके लिए यूएसए द्वारा अडानी ग्रुप को 553 मिलियन (भारतीय करेंसी में करीब 4500 करोड़ रुपये) का लोन दिया जा रहा है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से हुआ था बड़ा नुकसान
शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की ओर से इस वर्ष की शुरुआत में अडानी ग्रुप के खिलाफ कंपनियों के बीच फंड्स की हेराफेरी के आरोप लगाए थे। इस कारण से ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयरों की कीमतें तेजी से नीचे आ गई थी और अडानी ग्रुप को करीब 100 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी
इस खबर के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में जबदस्त तेजी देखने को मिल रही है। सुबह 11 बजे तक अडानी एंटरप्राइजेज 9.23 प्रतिशत, अडानी पोर्ट 9.01 प्रतिशत, अडानी ग्रीन 17.18 प्रतिशत और अडानी टोटल गैस में 8.20 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है।