इस दिन से शुरू होगा 6 घंटे में हावड़ा से बनारस का सफर | Sanmarg

इस दिन से शुरू होगा 6 घंटे में हावड़ा से बनारस का सफर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिखा सकते हैं हरी झंडी
सन्मार्ग संवाददाता
हावड़ा/वाराणसी : हावड़ा से बनारस का सफर आसान बनाने के लिए जल्द ही सेमी हाईस्पीड वंदे भारत ट्रैक पर दौड़ेगी। बनारस स्टेशन से हावड़ा के बीच 8 कोच की वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना है। हावड़ा-वाराणसी रूट की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई में हरी झंडी दिखाकर रवाना कर सकते हैं। रेलवे बोर्ड ने फिलहाल इस रूट पर सर्वे शुरू कर दिया है। जून के अंतिम हफ्ते में इसका ट्रायल रन शुरू कराया जाएगा। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) को 8 कोच की वंदे भारत का रैक तैयार करने के लिए पत्र लिखा गया है। रेल अधिकारियों के अनुसार हावड़ा-बनारस वंदे भारत एक्सप्रेस पूर्वोत्तर रेलवे के बनारस स्टेशन से रवाना होगी। उत्तर रेलवे के वाराणसी कैंट, पीडीडीयूनगर-गया रूट से होकर धनबाद के रास्ते हावड़ा पहुंचेगी। बनारस से हावड़ा के बीच सिर्फ 4 स्टेशनों पर इसका ठहराव होगा। हालांकि ट्रेन के ठहराव पर अंतिम निर्णय रेलवे बोर्ड को लेना है। ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलेगी। ट्रायल के तौर पर पहले 8 कोच की वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन होगा।
तीन महीने के संचालन के बाद कोच बढ़ाने पर निर्णय : वंदे भारत ट्रेन का संचालन शुरू होने के बाद रेलवे बोर्ड यात्री भार की समीक्षा करेगा। जरूरत महसूस हुई तो कोच बढ़ाकर 12 या 16 किए जा सकते हैं। इस रूट पर 150-160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन के संचालन की योजना है। फिलहाल स्पीड पर भी निर्णय ट्रायल के बाद लिया जाएगा। अभी तक वाराणसी से हावड़ा का सफर एक्सप्रेस ट्रेनों से 12 से 13 घंटे का है। मगर वंंदे भारत एक्सप्रेस अपने यात्रियों को छह से साढ़े छह घंटे में वाराणसी से हावड़ा पहुंचा देगी। बनारस-हावड़ा की दूरी लगभग 750 किमी. है।
पर्यटन और व्यापारिक नजरिये से महत्वपूर्ण होगी यह ट्रेन : इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अनुसार बनारस-हावड़ा के बीच वंदे भारत ट्रेन के संचालन से व्यापारियों और उद्यमियों को बहुत राहत होगी। हावड़ा एक बड़ा व्यावसायिक हब है। ऐसे में वाराणसी के व्यापार उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी। व्यापारियों व उद्यमियों का समय बचेगा और व्यापार ज्यादा सुगम हो जाएगा। टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से कहा गया है कि इस ट्रेन के चलने से पर्यटन कारोबार भी काफी बढ़ेगा। छह घंटे में बनारस के पर्यटक हावड़ा और हावड़ा के पर्यटक बनारस पहुंच सकेंगे। दोनों शहरों के अलावा बिहार और झारखंड के पर्यटकों को भी राहत होगी।
यह भी जानें : वाराणसी कैंट से हावड़ा के बीच अभी तक आधा दर्जन ट्रेनें रोजाना आवागमन करती हैं, जबकि हावड़ा से पीडीडीयूनगर स्टेशन के बीच 28 से 30 ट्रेनें रोजाना अप डाउन करती हैं। हावड़ा से छूटनेवाली दुरंतो और राजधानी एक्सप्रेस औसतन 8.30 घंटे में पहुंचती हैं।

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