अमृतसर : खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। निज्जर आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का चीफ था। वह कनाडा में रहकर लंबे समय से पंजाब में खालिस्तानी मूवमेंट को हवा दे रहा था। शुरूआती जानकारी के मुताबिक, निज्जर को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरी स्थित गुरुनानक सिख गुरुद्वारा के पास 2 अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारी। निज्जर इस गुरुद्वारे का प्रधान भी था।
बाहर निकलने तक का समय नहीं मिला और
बीती रात आतंकी निज्जर गुरुद्वारे से बाहर पार्किंग में अपनी कार में था। इसी दौरान 2 युवक मोटरसाइकिल पर आए और फायरिंग शुरू कर दी। निज्जर को कार से बाहर निकलने तक का समय नहीं मिला और वहीं उसकी मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक, कनाडा पुलिस ने इस मामले में 2 पंजाबी और एक चीनी युवक को पकड़ा है। हालांकि, इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं हुई है।
साजिश रचने को लेकर चार्जशीट दायर
वह आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के मुखी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी भी था। NIA ने हाल ही में 40 आतंकियों की लिस्ट जारी की थी, उसमें भी निज्जर का नाम था। ब्रैंपटन शहर में खालिस्तान के हक में रेफरेंडम करवाने में भी उसकी भूमिका थी। NIA ने उसके खिलाफ आतंकी साजिश रचने को लेकर चार्जशीट दायर की है। उसे भगोड़ा भी करार दिया गया था।
कनाडा बैठा निज्जर चला रहा था KTF, डल्ला उसी का सहयोगी
खालिस्तान टाइगर फोर्स का चीफ हरदीप सिंह निज्जर कनाडा में बैठकर संगठन को ऑपरेट कर रहा था। सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरदीप निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था। इसके बाद निज्जर की जालंधर के भार सिंह पुरा गांव में संपत्तियां भी कुर्क की थीं। इसी गांव में निज्जर ने पुजारी का कत्ल कराया था।
इसके जरिए वह पंजाब में धार्मिक उन्माद फैलाने की फिराक में था। NIA ने निज्जर पर 10 लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था। पंजाब में पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर और कई पुलिस थानों पर ग्रेनेड अटैक करवाने वाला अर्शदीप डल्ला भी उसी का सहयोगी है।