हाथरस : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी हाथरस सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए गुरुवार को बूल गढ़ी गांव पहुंचे। पुलिस ने इस दौरे के मद्देनजर जिले के चंदपा इलाके में स्थित गांव और उसके आसपास पुलिसकर्मियों की तैनाती बढ़ा दी थी। राहुल ने गांव में पीड़िता के घर पर परिवार से करीब 35 मिनट तक बातचीत की।
कांग्रेस की हाथरस इकाई के पूर्व अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने कहा, राहुल गांधी का इस परिवार से रिश्ता है। वह इस परिवार के साथ खड़े थे और आगे भी खड़े रहेंगे। वह उनकी समस्याएं सुनने आये हैं। वह लगातार उनकी समस्याओं के लिए लड़ रहे हैं। बता दें, पिछले महीने कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष ने पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए हिंसा प्रभावित संभल जिले में जाने की कोशिश की थी। लेकिन उन्हें रोक दिया गया था। बता दें, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने 3 अक्टूबर, 2020 को पीड़ित परिवार से मुलाकात कर कहा था कि वे मृतका को न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे।
सिर्फ सुर्खियों में रहना चाहते हैं राहुल : पाठक
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी भ्रमित हैं और मामले की स्थिति से अवगत नहीं हैं। पाठक ने कहा, सीबीआई पहले ही इस मामले की जांच कर चुकी है। चाहे संभल हो या हाथरस, राहुल गांधी सिर्फ सुर्खियों में रहने के लिए वहां जाते रहते हैं, किसी और वजह से नहीं। के अल्पसंख्यक कल्याण, वक्फ और हज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने हाथरस दौरे के लिए राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि अगर उन्हें मामले के तथ्यों की जानकारी नहीं है तो उन्हें पता होना चाहिए कि सीबीआई जांच बहुत पहले हो चुकी है। इस तरह के दौरे कांग्रेस की हताशा को दर्शाने वाली महज नौटंकी हैं।
उल्लेखनीय है कि हाथरस में युवती (19) से 14 सितंबर, 2020 को कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। उसे इलाज के लिए अलीगढ़ और बाद में दिल्ली ले जाया गया। जहां 29 सितंबर, 2020 को उसकी मौत हो गयी। इसके बाद 30 अक्टूबर की सुबह उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। उसके परिवार ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस ने उन्हें रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर किया था। हालांकि पुलिस ने इस आरोप को गलत बताया था।