7 जून से 9 जून तक 400 कर्मचारी करेंगे काम
जुलाई के पहले सप्ताह से सियालदह में दौड़ेंगी 12 कोचवाली ट्रेनें
कोलकाता : सियालदह स्टेशन के प्लेटफार्म 1 से 5 नं. प्लेटफार्म को लंबा करने का कार्य जो फरवरी महीने से चल रहा है। उसके पहला चरण पूरा हो गया है। उसके दूसरे चरण के कार्य की शुरूआत आगामी 6 जून की देर रात से होगी। इसके लिए आगामी 7 से 9 जून तक सेवाएं आंशिक रूप से प्रभावित होंगी क्योंकि सियालदह स्टेशन में 9 के बजाय 12 कोचवाली ट्रेनों को चलाने के लिए प्लेटफॉर्म 1 से 5 के विस्तार के साथ-साथ आरआरआई पैनल से दोहरी वीडीयू प्रणाली के साथ एक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (ईआई) प्रणाली को चालू करना है। इस बारे में डीआरएम दीपक निगम ने बताया कि इस परियोजना से ट्रेन की आवाजाही में उल्लेखनीय सुधार होगा, भीड़भाड़ कम होगी और यात्री सुरक्षा बढ़ेगी। प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में टर्नआउट्स को असेंबल करना, ओवरहेड इक्विपमेंट (ओएचई) पोर्टल्स का निर्माण और डीसी ट्रैक सर्किट की स्थापना जैसे जटिल कार्य हैं। इसके अतिरिक्त, निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए स्टेशन की सिग्नलिंग और दूरसंचार प्रणालियों को आधुनिक बनाया जाएगा।
8 व 9 जून को दो दिवसीय नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य
7 जून को प्री-एनआई कार्य और 8 व 9 जून को दो दिवसीय नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य पूरा करने के लिए ट्रेने सेवाएं आशिंक रूप से प्रभावित होंगी। हालांकि इस दौरान किसी भी तरह की कोई ट्रेन रद्द नहीं होगी। सियालदह के 21 प्लेटफार्मों में से केवल 5 का संचालन निलंबित रहेगा और शेष 16 प्लेटफार्म चालू रहेंगे। इस अवधि के दौरान डिवीजन द्वारा चलाई जाने वाली 894 ईएयू ट्रेनों में से 806 ट्रेनें चालू रहेंगी। इनमें साउथ सेक्शन के डायमंड हार्बर, नामखाना, लक्ष्मीकांतपुर, बजबज से आने-जाने वाली ट्रेन सेवाएं सामान्य रूप से चलेंगी। नार्थ सेंक्शन और मुख्य खंड यानी बनगांव, रानाघाट, हासनाबाद, बारासात, कृष्णानगर और अन्य उपनगरीय स्टेशनों तक ट्रेन सेवाएं चलेंगी। इस दौरान 4 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें यानी सियालदह-अजमेर एसएफ एक्सप्रेस, हाटेबजारे एक्सप्रेस, सियालदह-बालुरघाट एक्सप्रेस और सियालदह-एएसएन एसएफ एक्सप्रेस सियालदह स्टेशन के बजाय कोलकाता स्टेशन से शुरू और समाप्त होंगी। इसी प्रकार सियालदह-एलजीएल पैसेंजर भी सियालदह के बजाय कोलकाता से आरंभ/समाप्त होगी। कोई भी आरक्षित मेल/एक्सप्रेस एसएफ ट्रेन रद्द नहीं की जा रही है।
9 की बजाय 12 कोचवाली ट्रेनें दौड़ेंगी
जुलाई के पहले सप्ताह से 1 से 5 नंबर प्लेटफार्म 9 की बजाय 12 कोचवाली ट्रेनें दौड़ेंगी। कुल लगभग 400 अतिरिक्त कर्मचारी जिनमें विभागीय व ठेकेदार कर्मचारी शामिल हैं, जो कि चौबीसों घंटे काम करेंगे। इस परियोजना के पहले फेज का काम हो गया है। अब दूसरे के बाद तीसरे फेज का काम भी जून की अंत या जुलाई के फर्स्ट वीक तक पूरा होगा। इसके बाद जुलाई के फर्स्ट वीक से 1 से 5 नंबर प्लेटफार्म 9 की बजाये 12 कोचवाली ट्रेनें दौड़ेंगी। इनमें 33 प्रतिशत यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। अभी 9 कोच में प्रति कोच 350 यात्री सफर करते हैं। इसलिए एक ट्रेन में 3000 यात्री सफर करते हैं। वहीं 12 कोच होने से इन यात्रियों की संख्या 3 हजार में और 1 हजार करीब बढ़ोतरी हो जायेगी। इससे एक दिन में 3 लाख यात्रियों की बढ़ोतरी होगी। इधर परियोजना के तहत ट्रेनों के प्रभावित होने से यात्रियों को किसी प्रकार की कोई दिक्कतें न हो। इसके लिए डीआरएम ने ट्रांसपोर्ट सचिव से भी बात की है कि अतिरिक्त बसों को चलाया जायेगा। साथ ही मेट्रो रेलवे से भी सेवाओं को सामान्य रखने का आग्रह किया गया है। इस मौके पर पूर्व रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा, सियालदह डीपीओ 2 व पीआरओ एकलव्य चक्रवर्ती समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।