उड़े बालों को आप चाहें तो विग लगाकर या फिर एक दो घण्टे में ‘हेयर वीविंग’ तथा ‘हेयर बांडिंग’ के जरिये दुबारा वापस पा सकते हैं किंतु यह स्थाई उपचार नहीं है। बालों का प्रत्यारोपण भी होने लगा है जिससे फिर से बालों को कुदरती रूप से उगाया जाने लगा है। यह प्रक्रिया जटिल होने के साथ-साथ महंगी भी है इसी कारण निम्न एवं मध्यम वर्ग की पहुंच से बाहर है।
बालों के झड़ने के कई कारण हैं जैसे पुश्तैनी गंजापन, बालों के लिये जरूरी विटामिनों की कमी, अनिद्रा, खाये जाने वालों विटामिनों की कमी, सिर की कोई बीमारी होना, बालों की देखभाल में लापरवाही बरतना, धूप, गंदे पानी या खारे पानी आदि से बालों की रक्षा न करना जैसे कई कारण बाल उड़ने के लिये जिम्मेदार होते हैं।
हमें किसी अच्छे हेयर स्पेशलिस्ट से इस समस्या के बारे में सलाह लेनी चाहिए तथा कारण जानने के बाद डॉक्टर या विशेषज्ञ के बताये गये निर्देशों का पालन करना चाहिए। साधारणत: जिनको आज बालों से संबधित कोई समस्या नहीं है, उन्हें भी बालों के बारे में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिये। खाने में हरी सब्जियॉं तथा फल, आंवला आदि लेना चाहिए।
बालों पर सप्ताह में कम से कम दो बार अच्छा सा तेल लगाकर हल्के हाथ से कुछ देर तक मालिश करनी चाहिए। दिन में कम से कम चार-पांच बार अच्छी तरह कंघी करनी चाहिये।
इससे सिर की चमड़ी की एक्सरसाइज होती है तथा रक्त प्रवाह ठीक बना रहता है जिससे बालों की जड़ों को आवश्यक पोषण मिलता है।
बालों को हमेशा बाल धोने वाले शिकाकाई साबुन या हानिकारक कैमिकल या रसायनों रहित शैंपू आदि से ही धोना चाहिए। नींद पूरी लेनी चाहिये तथा चिंता, अत्यधिक मानसिक श्रम से भी बचना चाहिये जिससे दिमाग या सिर पर अत्यधिक जोर न पड़े। रोजाना शीर्ष आसन या ऐसे ही सिर-दिमाग के लिए किये जाने वाले योग आसनों को किसी विशेषज्ञ की सहायता से पूरी जानकारी लेने के पश्चात आरंभ करना चाहिये।
अगर हम उपरोक्त नियमों का पालन करें तो निश्चित तौर पर बालों की समस्याओं से बहुत हद तक निजात पा सकते हैं।