कोलकाता: आरजी कर हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या ने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बता दें कि पश्चिम बंगाल पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहा है। ऐसे में प्रशासन शहर की सुरक्षा कड़ी कर रही है। नौकरी पर रखने से पहले ऐप कैब और बाइक टैक्सी कंपनियों को ड्राइवरों के विवरण के बारे में कोलकाता पुलिस को सूचित करना होगा। कोलकाता पुलिस ने हाल ही में ऐसा फैसला लिया है। हाल ही में, कोलकाता पुलिस के डीसी (यातायात) वाईएस जगन्नाथ राव ने विभिन्न कैब कंपनियों के साथ-साथ ऑपरेटरों के साथ एक आपातकालीन बैठक की। पूरे मामले की जानकारी संबंधितों को पहले ही दे दी गई है। मालूम हो कि ड्राइवर की फोटो, ड्राइविंग लाइसेंस, मोबाइल नंबर पहले ही पुलिस के पास जमा करा देना चाहिए। इसके अलावा ड्राइवर का वोटर कार्ड, पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ भी देना होगा।
परिवहन विभाग अधिकारी ने बताया कि…
इसके अलावा संबंधित ऐप कैब और बाइक टैक्सी कंपनी द्वारा ड्राइवर की ओर से एक शपथ पत्र भी जमा किया जाएगा। हलफनामे में यह भी बताना होगा कि क्या वह व्यक्ति पिछले सात वर्षों में किसी अपराध में शामिल रहा है या उसके खिलाफ पुलिस में कोई शिकायत है या नहीं। कोलकाता पुलिस के इस फैसले की जानकारी परिवहन विभाग को भी है। हालांकि, यात्री सुरक्षा के मामले में लिए गए पुलिस प्रशासन के फैसले पर विभाग आंखें मूंदने को तैयार नहीं है। परिवहन विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि वे इस संबंध में कोलकाता पुलिस को हरसंभव मदद देने को तैयार हैं। ऑनलाइन ऐप कैब ऑपरेटर्स के महासचिव इंद्रनील बंद्योपाध्याय ने कहा, ‘हम यात्रियों की सुरक्षा के लिए आवश्यकतानुसार कोलकाता पुलिस के साथ सहयोग करेंगे। क्योंकि, अगर हम यात्रियों की सुरक्षा कर सकते हैं, तो वे हमसे सेवाएँ लेने में रुचि लेंगे। इसलिए, इस मामले में कोलकाता पुलिस को हमारा निरंतर समर्थन है।