जयपुर : राजस्थान के एक किसान को इच्छा मृत्यु की धमकी महंगी पड़ी। जब झुंझुनू जिले में पुलिस ने नोटिस भेज कर 9.91 लाख रुपये मांगे। साथ ही नोटिस में लिखा है कि 7 दिन में यह रकम जमा कर दें, नहीं तो कार्रवाई होगी। यह नोटिस मिलने के बाद किसान के होश उड़ गये हैं।
किसान विद्याधर यादव ने बताया कि नवलगढ़ के गोठड़ा गांव में सीमेंट कारखाने के लिए उनकी जमीन अधिग्रहण के तहत उनके मकान को बिना मुआवजा दिए गिराये जाने से वह परेशान थे। मुआवजे के संबंध में जिला प्रशासन और सीमेंट कंपनी प्रबंधन ने जब कोई उचित जवाब नहीं दिया तो उन्होंने 9 दिसंबर को राष्ट्रपति के नाम वाला ज्ञापन जिला कलेक्टर को देकर इच्छामृत्यु करने की धमकी दी।
प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाते हुए किसान को कोई आत्मघाती कदम उठाने से रोकने के लिए गांव में पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया। अब 17 दिसंबर को झुंझुनू के जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से किसान को एक नोटिस जारी करके यादव और उनके परिवार को इच्छा मृत्यु से बचाने के लिए पुलिस बल तैनात करने के एवज में 991577 रुपये जमा कराये।
झुंझुनू के पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने कहा, सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स तैनात किए जाने के कारण वसूली के लिए नोटिस भेजा गया है। सू्त्रों के अननुसार,किसान परिवार को सामूहिक आत्मदाह से बचाने के लिए एक एएसपी, 2 डीएसपी, 2 सीआई, 3 एसआई, 6 एएसआई, 18 हेडकांस्टेबल, 67 कांस्टेबल समेत कुल 99 पुलिस अधिकारियो
बता दें, गोठड़ा गांव के किसान विद्याधर यादव ने अपनी जमीन और मकान का उचित मुआवजा ना देने पर इच्छा मृत्यु मांगी थी। इसके बाद उसने आत्मदाह करने की कोशिश भी की थी। जिसके लिए मौके पर भारी पुलिस जाब्ता लगाया गया था। इस तरह इच्छा मृत्यु या फिर आत्मदाह से बचाने के लिए झुंझुनूं पुलिस ने संभवतया पहली बार नोटिस थमाया है। इस नोटिस की ना केवल चर्चा हो रही है, बल्कि किसान विद्याधर यादव के भी होश उड़े हुए है।