जयपुर : राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जैसे महान व्यक्तित्व के अंतिम संस्कार एवं स्मारक बनाने को लेकर ‘अनावश्यक विवाद’ पैदा किया है। भारत में ‘आर्थिक सुधारों के जनक’ कहने जाने वाले मनमोहन सिंह का गुरुवार रात को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। शनिवार को निगम बोधघाट पर राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया।
गहलोत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा, राजग सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह जी जैसे महान व्यक्तित्व के अंतिम संस्कार एवं स्मारक बनाने को लेकर अनावश्यक विवाद पैदा किया है। जिस व्यक्ति को दुनिया सम्मान दे रही है उसका अंतिम संस्कार भारत सरकार किसी विशेष स्थान की जगह निगम बोध घाट पर करवा रही है। गहलोत ने कहा, 2010 में हमारी सरकार ने भाजपा द्वारा मांग किए बिना ही पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के निधन के बाद उनके परिवार से बात करके जयपुर में उनके अंतिम संस्कार के लिए तुरंत विशेष जगह आवंटित की एवं वहीं स्मारक निर्माण करवाया।
कांग्रेस सरकार ने 2012 में महाराष्ट्र में बाल ठाकरे के निधन के बाद मुंबई के शिवाजी पार्क में विशेष स्थान आवंटित कर अंतिम संस्कार करवाया था। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने हमेशा सभी पार्टियों के नेताओं को सम्मानजनक विदाई दी परन्तु भाजपा द्वारा डॉ मनमोहन सिंह जी के साथ ऐसा व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है। पूर्व मुख्यंत्री ने कहा, आज उनके निधन पर पूरा देश शोक में है और देश के लोगों ने सरकार के इस कदम पर नाराजगी जताई तो जनभावना के दबाव में भाजपा सरकार भविष्य में स्मारक बनाने की घोषणा कर रही है।