कोलकाता: लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल काे है और आज यानी बुधवार को राम नवमी का त्योहार पूरे राज्य में मनाया जायेगा। बीते 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर की स्थापना के बाद आज पहली राम नवमी मनायी जायेगी। इसके साथ ही चुनाव भी है, ऐसे में आज राम नवमी को लेकर राजनीतिक दलों में भी रैलियों की होड़ होगी। पश्चिम बंगाल में BJP की पैठ बढ़ने के साथ ही राम नवमी को लेकर उत्साह भी बढ़ने लगा। पहले जहां राम नवमी के त्योहार को लेकर कहीं कोई खास उत्साह नहीं देखा जाता था, वहीं अब राज्य भर में बड़े पैमाने पर राम नवमी का पालन किया जाने लगा है। हालांकि इस बार TMC भी इसमें पीछे नहीं रहने वाली है। तृणमूल की ओर से भी आज राज्य के विभिन्न स्थानों पर राम नवमी का पालन किया जायेगा। कुल मिलाकर आज राम नवमी के लिये तृणमूल और BJP में रैलियों की होड़ होने वाली है।
इन स्थानों पर निकलेंगे बड़े जुलूस
राज्य के कई स्थानों पर आज राम नवमी के अवसर पर दक्षिणपंथी संगठनों की ओर से बड़े जुलूस निकाले जाते हैं। हावड़ा में आज श्रीराम नवमी उद्यापन समिति, विश्व हिन्दू परिषद और अंजनी पुत्र सेना की ओर से शोभायात्रा निकाली जायेगी। इसके अलावा पुरुलिया और सिलीगुड़ी में भी बड़े पैमाने पर राम नवमी आज मनायी जायेगी। विश्व हिन्दू परिषद की ओर से राज्य भर में 5,000 से अधिक शोभायात्रा निकाली जायेगी।
BJP नेता भी आज करेंगे कई कार्यक्रम
केवल दक्षिणपंथी संगठन ही नहीं बल्कि भाजपा उम्मीदवारों द्वारा भी आज राम नवमी का पालन किया जायेगा। आज दिलीप घोष, अग्निमित्रा पॉल, डॉ. सुभाष सरकार, पिया साहा समेत अन्य BJP उम्मीदवार भी राम नवमी के कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
TMC भी आज नहीं रहेगी पीछे
आज राम नवमी उत्सव के पालन में तृणमूल भी पीछे नहीं रहेगी। तृणमूल की ओर से भी कई कार्यक्रम आज आयोजित किये जायेंगे। हावड़ा में तृणमूल हिन्दी प्रकोष्ठ का कार्यक्रम होगा तो वहीं हावड़ा के हनुमान मंदिर चौक से बजरंग बली क्वार्टर तक टीएमसी का जुलूस निकाला जायेगा जिसमें प्रसून बनर्जी व सायोनी घोष समेत अन्य टीएमसी नेता मौजूद रहेंगे। इसके अलावा बीरभूम और जोड़ासांको में भी आज राम नवमी पर जुलूस निकाले जायेंगे।
आज राज्य ने घोषित की है छुट्टी
आज राम नवमी के लिये पहली बार राज्य सरकार की ओर से छुट्टी की घोषणा की गयी है। इसे लेकर राज्य सरकार की ओर से अधिसूचना भी जारी कर दी गयी है। इसे लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राज्य में हिन्दुुत्व और राम नवमी के बढ़ते प्रभाव को लेकर राज्य सरकार ने आज छुट्टी की घोषणा की है।
राम नवमी पर हिंसा का इतिहास भी है पुराना
राम नवमी पर हिंसा का इतिहास भी काफी पुराना है। वर्ष 2017 से ही यहां झड़पें होती आ रही हैं। 2017 के बाद 2018 और 2023 में भी राजनीतिक व सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं हुई थीं। इस दौरान हावड़ा, हुगली और शिवपुर में हिंसा की घटनाएं हुई थीं। अब आज राम नवमी पर राज्य सरकार के सामने यह चुनौती होगी कि शांतिपूर्ण ढंग से इसका पालन हो।
पीएम ने राम नवमी का उठाया मुद्दा
नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि ये पहली रामनवमी है, जब अयोध्या में भव्य मंदिर में रामलला विराजमान हो चुके हैं। मुझे पता है टीएमसी ने हमेशा की तरह यहां रामनवमी उत्सव को रोकने की पूरी कोशिश की, सारे षड्यंत्र किए। लेकिन जीत सत्य की ही होती है।