सराफ हाउस की घटना के प्रत्यक्षदर्शी ने बयां किया हाल
बैंक खुलते ही पूरे इलाके में फैल गया था काला धुआं
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : रोजाना सुबह साढ़े 9 बजे वह ऑफिस आ जाते हैं। बुधवार को भी वह इसी समय ऑफिस आ गये थे। रेड क्रॉस लेन स्थित सराफ हाउस के तीसरे तल्ले पर स्थित एक प्राइवेट ऑफिस में पंकज भूतोड़िया नौकरी करते हैं। अब उन्हें लगा रहा है कि अगर बुधवार की सुबह वह सही समय पर ऑफिस में नहीं आते तो क्या होता। पंकज के अनुसार बुधवार की सुबह ऑफिस में आने के बाद उन्होंने रूटीन काम चालू कर दिया था। करीब 15 मिनट के बाद धुआं देखा गया। कहां से धुआं निकल रहा है इसकी जांच उन्होंने शुरू की लेकिन उन्हें आग की लपट नहीं दिखायी दी। पंकज को डर था कि आग लगी है लेकिन कहां लगी है यह पता नहीं चल रहा था। वह दोबारा अपनी सीट पर बैठकर काम करने लगे और तभी तेज विस्फोट की आवाज हुई। ऑफिस से बाहर निकलने पर कॉरिडोर में उन्होंने देखा कि फॉल्स सीलिंग से आग की लपटें निकल रही हैं। पंकज के अनुसार जब आग लगी थी उस वक्त अधिकांश कर्मचारी ऑफिस नहीं आए थे। ऑफिस में लगी आग देख पंकज ने उसे बुझाने की कोशिश की। पंकज ने अन्य ऑफिस में मौजूद लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की। उनकी कोशिश काम नही आयी। आग लगातार बढ़ती चली गयी। आग की लपटों ने भयावह रूप ले लिया और पूरे फ्लोर को अपनी चपेट में ले लिया। सराफ हाउस में लगी आग को बुझाने के दौरान एक वृद्ध घायल हो गया। वह सराफ हाउस का सुरक्षा कर्मी है। सभी लोग उसे देवनाथ दा कहकर बुलाते हैं। पंकज ने बताया कि देवनाथ ने भी आग बुझाने की कोशिश की लेकिन धुआं के कारण बीमार पड़ गये। पंकज ने बताया कि उन्होंने ही दमकल और पुलिस को घटना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर वे लोग नहीं रहते तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
बैंक में काम चालू हुआ था तभी आग लग गयी
सराफ हाउस के नीचे स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में काम करने वाले मंजीत कुमार ने बताया कि वह बैंक में पहुंचे थे। कुछ ग्राहक भी बैंक में आए तभी सराफ हाउस के ऊपरी तल्ले पर आग लगने की खबर मिलने पर सभी लोग बाहर निकल आए। आनन-फानन में बैंक को बंद कर दिया गया। बैंक के मैनेजर नीतिश कुमार ने बताया कि आग में बैंक का किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। दमकल कर्मिंयों की तत्परता से आग पर समय रहते काबू पा लिया गया। जैसे ही सराफ हाउस में आग लगी वैसे ही हमें खबर मिल गयी थी। आनन-फानन में कर्मियों की सुरक्षा के लिहाज से सभी को समय रहते बाहर निकाल लिया गया था। वहीं राजभवन में काम करने वाले शिव कुमार ने बताया कि वह ऑफिस जा रहे थे, तभी सराफ हाउस में आग लगी देख उन लोगों ने सूचना पुलिस और दमकल को दी। उन्होंने बताया कि जब तक दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे आग ने भयावह रूप ले लिया। पूरा डलहौसी इलाका काले रंग के धुएं से भर गया। उन्होंने बताया कि गनीमत रही कि अधिकतर ऑफिसों में कर्मचारी नहीं आए थे। अगर और थोड़ी देर बाद आग लगी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
Kolkata fire : अचानक तेज विस्फोट हुआ और फॉल्स सीलिंग से आग की लपटें निकलने लगीं
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