कोलकाता : महानगर में एसप्लानेड से हावड़ा मैदान तक देश का पहला अंडरवाटर मेट्रो गत शुक्रवार को शुरू हो गया है। लोगों में इसे लेकर काफी उत्साह व रोमांच है, वहीं इस वजह से हावड़ा मैदान से हावड़ा व पार्क स्ट्रीट की रूट में बस चलाने वालों को काफी परेशान देखा जा रहा है। इसकी वजह यह है की लोग बसों को छोड़कर अब मेट्रो की तरफ जा रहे हैं। मेट्रो के चालू हो जाने से बस में करीब 40 प्रतिशत तक यात्रियों की कमी आ गई है। लोगों को बस से जाने में धर्मतल्ला कम से कम आधे से एक घंटे तक लग जाते थे, वहीं मेट्रो के शुरू होने से उन्हें इसकी चिंता नहीं रहती। यात्रियों में भाड़ी गिरावट आने की वजह से बसों के ड्राइवर व कंडक्टर बहुत निराश हो गए हैं। पहले जहां लाइन में यात्रियों को बसों का इंतजार करना पड़ता था, वहीं अब बसों को बहुत देर तक यात्रियों का इंतजार करना पड़ता है। यात्रियों को बसों में 15 रु. देकर जहां धूप व भीड़ का सामना करना पड़ता था, वहीं वह बस से कम किराए में मेट्रो से 10 रु. में वातानुकूलित सुविधा के साथ यात्रा करना पसंद कर रहे हैं।
क्या कहना है बस के ड्राइवरों का : बंगाल बस सिंडिकेट के वाइस प्रेसिडेंट सुरजीत साहा ने कहा कि जैसे-जैसे लोग मेट्रो सेवाओं के बारे में जान रहे हैं, बस ऑपरेटरों के लिए स्थिति खराब होती जा रही है। बस ड्राइवर सुदामा चौहान ने सन्मार्ग से बातचीत में बताया कि वह पिछले 50 सालों से बस चला रहे हैं, मगर यात्रियों में इतनी कमी कभी भी नहीं आई। उन्होंने कहा कि ऐसा ही चलता रहा तो उन लोगों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। ड्राइवर आजाद ने कहा कि कुछ दिनों पहले जहां 5 से 10 मिनट में बस यात्रियों से पूरी तरह भड़ जाती थी, वहीं अब 10 से 15 यात्रियों के साथ ही बस को रवाना करता पड़ता है। बस ड्राइवर सोनू ने कहा कि पहले जहां प्रतिदिन करीबन 10 से 11 हजार की आय होती थी, वही अब घटकर 5 से 6 हजार हो गई है। ड्राइवर रवि ने कहा कि यात्री इतने कम हो गए हैं की गाड़ी के पेट्रोल का दाम भी ठीक से नहीं नीकल पा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हमारा घर परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा।