वाशिंगटन: हाल ही में अमेरिका से एक शॉकिंग खबर आई है जहां अमेरिका में सालों पुराना 10,000 डॉलर का नोट 4 करोड़ रुपये में खरीदने के लिए रिकॉर्ड-तोड़ कीमत लगाई गयी। आपको बता दें कि यह नोट 1934 में जारी हुआ था, जिसको फेडरल रिजर्व नोट पेपर मनी गारंटी (पीएमजी) द्वारा प्रमाणित किया गया था। वैसे यदि आज बाजार में इस नोट से कुछ खरीदने जाओ तो कोई चिप्स का पैकेट तक न दे। और हां, यदि आपके पास भी इसी तरह के यूनीक पुराने नोट हों तो उनकी कीमत भी लाखों-करोड़ों रुपये हो सकती है।
इतना महंगा क्यों बिका?
नीलामी में बिके नोट में उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति लिंकन के ट्रेजरी सचिव सैल्मन पी चेज़ की तस्वीर छपी है, जो बीते शुक्रवार यानी 15 सितंबर को रिकॉर्ड-ब्रेकिंग आंकड़े पर बिकने के बाद हाउस की लॉन्ग बीच एक्सपो मुद्रा नीलामी में शीर्ष पर रहा। हेरिटेज नीलामी में मुद्रा के उपाध्यक्ष डस्टिन जॉन्सटन ने बीते सोमवार (18 सितंबर) को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, बड़े मूल्यवर्ग के नोटों ने हमेशा सभी स्तरों के संग्राहकों को आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे नोटों को विलुप्त विरासत की श्रेणी में रखा जाता है और विरासत यानी हेरिटेज की कीमत ऊंची ही लगती है।
1969 में बंद कर दिया था नोट का उपयोग
10,000 डॉलर का नोट अब तक सार्वजनिक रूप से प्रसारित होने वाला सबसे अधिक मूल्यवर्ग नोट था और केवल फेडरल रिजर्व बैंकों के बीच धन के लेन देन के लिए उपयोग किया जाता था। सूत्रों के अनुसार, उपयोग की कमी के कारण साल 1969 में 500 डॉलर या उससे अधिक मूल्यवर्ग के करेंसी नोटों को बंद कर दिया गया था।