शिमला: शिमला के संजौली इलाके में एक मस्जिद में कथित अवैध निर्माण को हटाने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के अवरोधक तोड़ दिए, जिससे बुधवार को पुलिस को लाठीचार्ज और पानी की बौछारों का सहारा लेना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने ‘‘जय श्री राम’’ और ‘‘हिंदू एकता जिंदाबाद’’ के नारे लगाते हुए सब्जी मंडी ढल्ली में जुटकर संजौली की ओर मार्च किया। उन्होंने ढल्ली सुरंग के पास लगाए गए अवरोधक तोड़ दिए और मस्जिद के पास एक और अवरोधक को नुकसान पहुंचाया। इस घटना के बाद पुलिस ने उन्हें नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। संजौली और आसपास के इलाकों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है, और शिमला जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा आदेश जारी किया है, जिसमें पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने और हथियार रखने पर रोक है। कुछ हिंदू संगठनों ने संजौली बंद का आह्वान करते हुए अवैध विवादित ढांचे को हटाने और बाहरी लोगों के पंजीकरण की मांग की है।
संबंधित समाचार:
- निरपेक्षता के खिलाफ है बाबरी विवाद का 2019 का फैसला…
- उपासना स्थल कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर 12…
- Kolkata Metro: आज करने वाले हैं मेट्रो में सफर तो…
- मंहगाई: सर्दियों में बढ़े सब्जियों के भाव, सब्जी…
- कला में समाज के विचारों को आकार देने की शक्ति: जावेद अख्तर
- बालों को लंबा बनाने का यह बेहतरीन तरीका, करें…
- बारिश से तमिलनाडु के कई जिले जलमग्न, सड़क संपर्क टूटा
- संविधान पर चर्चा ः प्रियंका गांधी की धुआंधार पारी
- शांतिपूर्ण विरोध करें, लोगों को असुविधा न पहुंचाएं :…
- अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच के लिए सीमाओं पर डटे किसान
- मणिपुर में एनआईए की जांच के दायरे में कुकी उग्रवादी
- हिंदू नेता चिन्मय समेत 17 लोगों के बैंक खातों पर लगी पाबंदी
- ‘अदाणी’ मुद्दे पर हुए कांग्रेस-राजद सांसदों ने निकाला मार्च
- अदाणी मामले को लेकर विपक्ष का संसद परिसर में प्रदर्शन
- त्रिपुरा के होटल और रेस्तरां में बांग्लादेशियों को…