नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा को आज “विशेषाधिकार के उल्लंघन” के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया, क्योंकि चार सांसदों की शिकायत के बाद उन्होंने नियमों का उल्लंघन करते हुए उनकी सहमति के बिना उन्हें हाउस पैनल में नामित किया था। चड्ढा ने गुरुवार को आरोपों को खारिज कर दिया था और कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी ने उन्हें निशाना बनाया क्योंकि वह यह स्वीकार नहीं कर सकती कि एक 34 वर्षीय सांसद ने उनके सबसे बड़े नेताओं पर हमला किया। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा को निलंबित करने की घोषणा की। प्रिविलेज कमेटी की रिपोर्ट आने तक राघव चड्ढा राज्य सभा से निलंबित रहेंगे। राज्यसभा में बीजेपी सांसद पीयूष गोयल ने राघव चड्ढा के मामले का जिक्र किया। उन्होंने कहा, यह बहुत गंभीर मामला है जिस तरह से बिना सदस्य की जानकारी के उनका नाम लिस्ट में डाल दिया गया है, वह बहुत ही गलत बात है।
संजय सिंह-राघव चड्ढा का व्यवहार बेहद निंदनीय
पीयूष गोयल ने आगे कहा कि बाद में राघव चड्ढा ने बाहर जाकर कहा की उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और वह इस मामले पर ट्वीट भी करते रहे, जब तक विशेषधिकार हनन की रिपोर्ट नहीं आती तब तक राघव चड्ढा का निलंबन जारी रहेगा। संजय सिंह ने भी जिस तरह से आचरण किया वो भी बेहद निंदनीय है। वो निलंबन के बाद भी सदन में बैठे रहे। इसकी वजह से सदन की कार्रवाई भी स्थगित करनी पड़ी। ये चेयर का अपमान है। संजय सिंह अब तक 56 बार वेल में आ चुके हैं जो दिखाता है की वो सदन की कार्रवाई बाधित करना चाहते हैं। संजय सिंह राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित रहेंगे।