नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा में करीब 100 छात्र फूड प्वॉइजनिंग का शिकार हो गए। शाम के समय खाना खाने के बाद छात्रों की तबियत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। शिकायत के आधार पर पुलिस और फूड विभाग की टीम जांच में जुटी है।
क्या है पूरा मामला ?
मामला ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में स्थिय आर्यन रेजिडेंसी नाम के एक हॉस्टल का है। इस हॉस्टल में अलग-अलग कॉलेज के छात्र रहते हैं। शुक्रवार शाम को छात्रों को खाना मिला और खाना खाने के बाद अचानक से सभी की तबीयत बिगड़ गई। इस दौरान उनका जी मिचलना, पेट में दर्द और उल्टी होनी शुरू हो गई। एक साथ इतने बच्चों की तबीयत खराब होते ही पूरे हॉस्टल में हड़कंप मच गया और आनन फानन में सभी छात्रों को अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया। इस दौरान रेजिडेंसी के पास में मौजूद कैलाश अस्पताल में करीब 47 छात्रों को भर्ती कराया गया।
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डॉक्टर ने क्या कहा?
ये सभी छात्र शुक्रवार की रात में भर्ती हुए हैं और अभी भी अस्पताल में हैं। छात्रों ने बताया कि रात को हमने खाना खाया था और उसके बाद अचानक से तबीयत खराब हो गई तबीयत इतनी खराब हुई कि अस्पताल में आना पड़ा। कैलाश अस्पताल के डॉक्टर हक ने बताया कि रात में करीब 47 छात्रों को अस्पताल में लाया गया था। यह सभी लोग खाना खाने के बाद फूड प्वॉइजनिंग का शिकार हुए थे। अभी सभी छात्र स्टेबल है। इनकी स्थिति में और सुधार होने पर इन्हें छुट्टी दे दी जाएगी। वहीं, इस घटना के बाद फूड विभाग भी हरकत में आ गया है। उनके द्वारा इस मामले में कहा गया है कि हॉस्टल में जो खाना छात्रों को दिया गया था उसके सैंपल लिए जाएंगे और जांच की जाएगी।