नयी दिल्ली : निर्वाचन आयोग ने बुधवार को भाजपा और कांग्रेस से जाति, समुदाय, भाषा और धर्म के आधार पर प्रचार करने से बचने की नसीहत दी। उसने कहा कि चुनावों के दौरान भारत के सामाजिक व सांस्कृतिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं जा सकती। आयोग ने दोनों राष्ट्रीय दलों के अध्यक्षों से कहा कि वे अपने स्टार प्रचारकों को औपचारिक सलाह जारी करें ताकि वे अपने संवाद को सही कर सकें, सावधानी बरतें और शिष्टाचार बनाये रख सकें।
आयोग ने राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथित ‘विभाजनकारी’ भाषण पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा उनके बचाव को खारिज कर दिया। आयोग ने साथ ही उन्हें (नड्डा) तथा उनकी पार्टी के स्टार प्रचारकों को धार्मिक एवं सांप्रदायिक आधार पर प्रचार नहीं करने को कहा।
निर्वाचन आयोग ने अग्निवीर योजना व सेना के संबंध में राहुल गांधी के भाष्ाण पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जारी नोटिस पर उनके बचाव को भी खारिज कर दिया और कांग्रेस से सुरक्षा बलों का राजनीतिकरण नहीं करने और ऐसे बयान न देने को कहा जिससे यह गलत धारणा बने कि संविधान को समाप्त किया जा सकता है।