नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। अब तक सब वेरिएंट JN.1 के कई मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, नए साल पर सोमवार को कोरोना के मामले में थोड़ी ही सही मगर गिरावट देखी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कुछ दिनों पहले कोरोना के 841 मामले थे जो अब सोमवार को 636 हो गए हैं। एक तरफ जहां कोरोना केस में गिरावट हुई हैं वहीं इस वायरस से तीन लोगों की मौत भी हो गई है। अभी यह कहा नहीं जा सकता है कि कोरोना के मामले कम हो जाएंगे।
548 मरीज हुए ठीक
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 85 और मामले बढ़ गए। जिसके बाद संक्रमित मामले बढ़कर 4,394 हो गए। वहीं मरने वालों की संख्या 5,33,364 हो गई। हालांकि रिपोर्ट के अनुसार, 24 घंटे में 548 लोग ठीक हुए हैं। जिससे ठीक होने वाले लोगों की संख्या 4,44,76,150 हो गई है। कुछ दिनों पहले ही भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 841 नए मामले सामने आए जो पिछले 227 दिनों में सबसे अधिक थे। देश में इससे पहले 19 मई को संक्रमण के 865 नए मामले सामने आए थे। ठंड और वायरस के नए उपस्वरूप के कारण हाल के दिनों में संक्रमण के मामलों में तेजी आई है। इससे पहले पांच दिसंबर तक दैनिक मामलों की संख्या घटकर दहाई अंक तक पहुंच गई थी।
साढ़े चार करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं
2020 की शुरुआत से अब तक लगभग चार साल में देश भर में कोरोना वायरस से लगभग साढ़े चार करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए तथा इससे 5.3 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, अब तक संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या 4.4 करोड़ से अधिक हो गई है। स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है। मंत्रालय के अनुसार, देश में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 220.67 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।
इंदौर में कोरोना के मरीज मिले
इंदौर में कोविड-19 के दो और मरीज मिले हैं। आईडीएसपी की जिला इकाई के नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार ने बताया कि 75 साल के पुरुष और 20 साल के युवक में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। मालाकार ने बताया कि दोनों मरीजों में महामारी के हल्के लक्षण हैं और उन्हें उनके घर के अंदर आइसोलेशन में रखकर इलाज किया जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि दोनों मरीजों ने हाल के दिनों में इंदौर से बाहर कोई यात्रा नहीं की थी। मालाकार ने आगे बताया कि इन मरीजों के नमूने को भोपाल एम्स भेजा गया है ताकि पता चल सके कि वे कोरोना वायरस के किस वेरिएंट से संक्रमित हैं।