यरुशलम: गाजा में हमास आतंकियों के लगभग समूल नाश के बाद अब इजरायल ने अपना नया टारगेट भी सेट कर दिया है। इजरायली सेना ने अब लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्ला के सर्वनाश की कसम खाई है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के इस ऐलान के बाद लेबनान से लेकर ईरान तक खलबली मच गई है। बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि गाजा में हमास के खिलाफ लड़ाई का मौजूदा चरण खत्म हो रहा है। अब लेबनान के आतंकवादी समूह हिजबुल्ला का मुकाबला करने के लिए और सैनिकों को अपनी उत्तरी सीमा की ओर भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है। हमारा मकसद अब हिजबुल्ला का खात्मा है। बता दें कि 8 अक्टूबर 2023 को कट्टरपंथी आतंकवादी संगठन हमास ने इजराइल में घुसकर बड़े पैमाने पर आम नागरिकों का नरसंहार किया था। साथ ही कई महिलाओं को बंधक भी बना लिया था।
आतंकवादियों के समूल नाश करने का कसम खा चुकी है
बेंजामिन नेतन्याहू की इन टिप्पणियों से ऐसे समय में इजरायल और हिजबुल्ला के बीच तनाव और बढ़ गया है। अब वे युद्ध के करीब पहुंचते दिख रहे हैं। नेतन्याहू ने यह भी संकेत दिया कि गाजा में जारी भीषण लड़ाई का कोई अंत नहीं दिख रहा है। इजरायली नेता ने टेलीविजन पर दिए एक लंबे साक्षात्कार में कहा कि सेना गाजा के दक्षिण शहर रफाह में अपने मौजूदा जमीनी अभियान को पूरा करने के करीब है जिसका यह मतलब नहीं है कि हमास के खिलाफ युद्ध खत्म हो गया है। लेकिन उन्होंने कहा कि गाजा में कम सैनिकों की जरूरत होगी, जिससे उन्हें हिजबुल्ला के खिलाफ लड़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने इजराइल के ‘चैनल 14’ से कहा, ‘‘हमारे पास कुछ सैनिकों को उत्तर में भेजने की संभावना होगी और हम ऐसा करेंगे।’’
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ईरान समर्थित है हिजबुल्ला संगठन
ईरान समर्थित हिजबुल्ला ने हमास के सात अक्टूबर को किए हमले के बाद से ही इजरायल पर हमला करना शुरू कर दिया था। तब से इजरायल और हिजबुल्ला के बीच लगभग हर रोज गोलीबारी होती है, लेकिन हाल के सप्ताहों में लड़ाई बढ़ गयी है, जिससे एक और युद्ध शुरू होने का खतरा पैदा हो गया है। व्हाइट हाउस के दूत एमोस होचस्टीन ने तनाव कम करने के लिए पिछले सप्ताह इजरायल और लेबनान के अधिकारियों से मुलाकात की थी, इसके बावजूद लड़ाई जारी है। नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें संकट का कूटनीतिक समाधान तलाशने की उम्मीद है, लेकिन साथ ही संकल्प लिया कि जरूरत पड़ने पर समस्या को ‘‘अलग तरीके से’’ हल किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम कई मोर्चों पर लड़ सकते हैं और हम इसके लिए तैयार हैं।’