बेंगलुरू: सूरज के बारे में जानकारी जुटाने के लिए ‘आदित्य-L1’ पृथ्वी की कक्षा से रवाना हो गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज इसकी जानकारी दी है। मंगलवार (19 सितंबर ) की देर रात करीब 2 बजे धरती के गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से आदित्य-एल1 आगे निकल गया। इसी तरह अब सौर्ययान की 4 महीने की यात्रा शुरू हो चुकी है। पृथ्वी सूरज के बीच लैग्रेंजियन प्वाइंट 1 यानी L1 प्वाइंट की ओर आदित्य एल-1 तेजी से आगे बढ़ रहा है। यहां पहुंचने के बाद वह प्रभामंडल कक्षा में प्रवेश करेगा।
ISRO ने ट्वीट कर दी जानकारी
इससे पहले इसरो ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि भारत के सूर्य मिशन यान आदित्य एल-1 ने आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं, जो पृथ्वी के चारों ओर मौजूद कणों के व्यवहार के विश्लेषण में वैज्ञानिकों की मदद करेंगे। ISRO ने कहा कि भारत की पहली सौर वेधशाला में लगे सेंसरों ने पृथ्वी से 50 हजार किलोमीटर से ज्यादा की दूरी पर आयन और इलेक्ट्रॉन को मापना शुरू कर दिया है। ये आंकड़े पृथ्वी के चारों ओर मौजूद कणों के व्यवहार के विश्लेषण में वैज्ञानिकों की मदद करेंगे।
Aditya-L1 Mission:
Off to Sun-Earth L1 point!The Trans-Lagrangean Point 1 Insertion (TL1I) maneuvre is performed successfully.
The spacecraft is now on a trajectory that will take it to the Sun-Earth L1 point. It will be injected into an orbit around L1 through a maneuver… pic.twitter.com/H7GoY0R44I
— ISRO (@isro) September 18, 2023
2 सितंबर को हुई थी आदित्य-L1 की लॉन्चिंग
इसी साल 2 सितंबर को पीएसएलवी-सी57 रॉकेट के जरिए इसरो ने आदित्य-एल1 का प्रक्षेपण किया था जिसे पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर लैग्रेंजियन प्वाइंट-1 (एल1) पर प्रभामंडल कक्षा में ले जाया जाएगा।