कोलकाता : रेमल तूफान के कारण कोलकाता एयरपोर्ट 21 घंटों के लिए बंद कर दिया गया है। इस दौरान कुल 394 उड़ानें प्रभावित होंगी। इनमें 170-170 घरेलू आने व जाने वाली उड़ानें तथा 26 और 28 की संख्या में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल हैं। इससे 63 हजार यात्रियों को परेशानी होने वाली है। इनमें से कुछ ने अपनी यात्रा रद्द कर दी है जबकि अन्यों को एयरलाइंस अगले दिन की उड़ान से भेज रही है। एयरपोर्ट डायरेक्टर सी. पट्टाभी ने कहा कि कोलकाता एयरपोर्ट के अधिकारियों ने चक्रवात रेमल के संभावित प्रभाव को देखते हुए रविवार की दोपहर 12 बजे से 21 घंटे के लिए यानी कि सोमवार की सुबह 9 बजे तक के लिए उड़ान संचालन को निलंबित करने का फैसला किया है। शनिवार को यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के सीएनएस तथा एटीसी अधिकारियों की बैठक के बाद एहतियाती तौर पर यह कदम उठाया गया। कोलकाता सहित बंगाल के तटीय क्षेत्र पर चक्रवात रेमल के प्रभाव को देखते हुए 21 घंटे तक के लिए उड़ान संचालन को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। कोलकाता में भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
ताकि सिंगापुर एयरलाइंस वाली घटना दुबारा न हो
20 मई को लंदन (हीथ्रो) से सिंगापुर के लिए उड़ान भरने वाली सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) की उड़ान एसक्यू 321 को प्रस्थान के लगभग 10 घंटे बाद 37,000 फीट की ऊंचाई पर इरावदी बेसिन पर अचानक गंभीर टर्बुलेंस का सामना करना पड़ गया था। हादसे में एक 73 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई, जबकि 104 लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे। ऐसी घटना दुबारा नहीं हो, इसके लिए ही उड़ानों को रद्द किया गया है। अधिकारी ने कहा कि इससे हजारों यात्रियों को परेशानी हो रही है लेकिन उनकी जान से बढ़कर कुछ भी नहीं। टर्बुलेंस में फंसने की संभावना को देखते हुए आने व जाने वाली सैकड़ों उड़ानों के रद्द रखा गया है। एयरपोर्ट के भीतर हैंगरों में विमानों को रखा गया है, सभी इक्विपमेंट को सिक्कड़ से बांध कर रखा जा रहा है। इसके अलावा सभी कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रखा जा रहा है। एयरपोर्ट के आसपास 70 किमी की रफ्तार से तूफान के गुजरने की संभावना है। वहीं समुद्री इलाकों में 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ चक्रवाती तूफान 26 मई की आधी रात को बंगाल और बांग्लादेश के निकटवर्ती तटों पर टकराने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने 26-27 मई को बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी दी है। जिससे कोई बड़ी घटना घटने की भी आशंका जताई गयी है।