रथयात्रा के दिन सीएम को करना था उद्घाटन
अभी तक पूरा नहीं हुआ है फर्श का काम
कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किया था। उस वक्त मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की थी, ‘दीघा जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन जल्द होगा।’ हालांकि तब से मंदिर के भव्य उद्घाटन की तारीख टलती ही जा रही है। शेष खबर यह थी कि 7 जुलाई को रथयात्रा के पावन मौके पर सीएम खुद इस मंदिर का उद्घाटन करेंगी, लेकिन अब इसकी संभावना भी धुंधली होती दिख रही है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मंदिर का निर्माण अभी भी बाकी है जिसे रथयात्रा से महज चार दिन पहले पूरा करना मुश्किल लग रहा है।
6 साल पहले हुई थी घोषणा
दरअसल, दूसरी बार मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद ममता बनर्जी ने दीघा में जगन्नाथ मंदिर के निर्माण की घोषणा की थी। 2018 में, न्यू दीघा रेलवे स्टेशन के पास भोगीब्रह्मपुर मौजा में 25 एकड़ जमीन पर जगन्नाथ धाम और सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण शुरू हुआ। राज्य सरकार ने इस निर्माण की जिम्मेदारी हिडको को दी थी, जिस पर लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं। दीघा जगन्नाथ मंदिर की ऊंचाई पुरी के जगन्नाथ मंदिर के बराबर है। दूसरे राज्यों से पत्थर लाकर चरणबद्ध तरीके से लगाए गए हैं। मुख्य मंदिर सहित नट मंदिर को रंग-रोगन से ढक दिया गया है। मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की मूर्तियां भी तैयार हो कर आ गयी हैं।
चुनाव में भी उभरा मंदिर का मुद्दा
मुख्यमंत्री इसका शीघ्र उद्घाटन कर श्रद्धालुओं को समर्पित करना चाहती थीं। चुनाव प्रचार के लिए पूर्व मिदनापुर जाने के बाद ममता बनर्जी के भाषण में जगन्नाथ मंदिर का मुद्दा उठा। उन्होंने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा, ‘मैं किसी अधूरे मंदिर का उद्घाटन नहीं करती। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद मैं दीघा में जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन करूंगी।’ उन्होंने उद्घाटन के दिन आम जनता को पहले से ही आमंत्रित किया। तभी से जगन्नाथ मंदिर और रथ बनाने का काम जोरों से चल रहा है।
पहले भी टाला गया है उद्घाटन के दिन
मंदिर के उद्घाटन का दिन पहले भी कई बार तय किया गया था, लेकिन आखिरी समय में इसे टाल दिया गया। स्थानीय और प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने रथयात्रा तक मंदिर का काम पूरा करने का निर्देश दिया था। यह भी पता चला कि ममता ने 7 तारीख को दीघा जाने का कार्यक्रम तय किया था। हालांकि, स्थानीय सूत्रों का दावा है कि उन्हें अभी तक मुख्यमंत्री के आगमन का कोई पूर्व संदेश नहीं मिला है।
स्थानीय विधायक ने यह कहा
स्थानीय तृणमूल विधायक और राज्य के कारा मंत्री अखिल गिरी का दावा है, ‘80% से अधिक काम पूरा हो चुका है, लेकिन मंदिर के फर्श का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है।’ गिरी का कहना है कि यहां दिन-रात काम चल रहा है। हालांकि निर्माण की जो स्थिति है, वह रथयात्रा तक पूरा कर पाना मुश्किल है। गिरी ने यह भी कहा कि सब कुछ मुख्यमंत्री पर निर्भर है। वे जिस दिन कहेंगी, उसी दिन जगन्नाथ धाम का उद्घाटन किया जायेगा। हालांकि, स्थानीय सूत्रों का दावा है कि यदि रथ यात्रा के दिन मंदिर का उद्घाटन नहीं किया जाता है, तो दुर्गा पूजा से पहले कभी भी उद्घाटन किया जा सकता है।