नयी दिल्लीः डिजिटल मंच तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन भारत में अधिकांश कार खरीदार अभी भी परंपरागत डीलरशिप के माध्यम से खरीदारी पसंद करते हैं। एक सर्वेक्षण में यह जानकारी प्रकाश में आयी है। इसके निष्कर्षों से पता चला कि ज्यादातर भारतीय खरीदार अभी भी मुख्य रूप से पारंपरिक डीलरशिप के माध्यम से वाहन खरीदना पसंद करते हैं। क्योंकि, इसमें विश्वास और संबंध महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सर्वे में कितने लोग हुए शामिलः अर्बन साइंस के इस सर्वेक्षण में अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, चीन, भारत और मैक्सिको के 9,000 से अधिक लोग शामिल हुए। सर्वेक्षण के अनुसार भारत में 10 में लगभग नौ कार खरीदार परंपरागत डीलरशिप पर जाने के लिए अधिक इच्छुक थे।
क्या बताया कारणः सर्वेक्षण में शामिल लोगों का कहना था कि एक बड़ा वित्तीय निर्णय लेने के लिए यह एक भरोसेमंद तरीका है। डीलरशिप एक ऐसा स्थान देते हैं, जहां विश्वास पैदा होता है, सौदे व्यक्तिगत होते हैं और रिश्ते बनते हैं।
क्या रही स्थितिः डिजिटल मंच एक पूरक भूमिका निभाने को तैयार हैं। इनमें तेजी से वृद्धि हो रही है। युवा उपभोक्ता शोरूम में जाने से पहले इनसे ऑनलाइन जानकारी ले रहे हैं।