कोलकाता: आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक कनिष्ठ चिकित्सक ने गंभीर आरोप लगाया है कि उन्हें सीलबंद डिब्बे में खून से सने सर्जिकल दस्ताने मिले। चिकित्सक ने बताया कि ये दस्ताने अस्पताल के ट्रॉमा केयर सेंटर में एक संक्रामक रोग के मरीज का इलाज करते समय मिले। उन्होंने कहा, “यदि ये दाग मिट्टी या गंदगी के होते, तो इन्हें मिटा दिया जाता। लेकिन यह स्पष्ट है कि ये खून के धब्बे हैं।” राज्य स्वास्थ्य विभाग के केंद्रीय चिकित्सा आपूर्ति विभाग ने इस मामले की जांच का आश्वासन दिया है। चिकित्सक का कहना है कि यह केवल आर जी कर अस्पताल का मामला नहीं है, बल्कि विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में यह समस्या व्यापक रूप से फैली हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि 28 सितंबर को सलाइन की बोतलें फफूंद से दूषित पाई गईं। हाल ही में आर जी कर अस्पताल में एक चिकित्सक की हत्या के बाद कनिष्ठ डॉक्टरों ने काम बंद किया था और न्याय की मांग की थी। इस घटना की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की जा रही है, जो अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं की जांच भी कर रही है।
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