कोलकाता : कोलकाता की सांस्कृतिक विरासत और जीवंतता को उजागर करने वाली त्रिधारा सम्मिलनी दुर्गापूजा अपने 78वें संस्करण में ‘आंगन’ थीम के साथ प्रस्तुत होने जा रही है। इस साल का आयोजन विशेष रूप से शहर के निरंतर विकसित होते स्वरूप को दर्शाने के लिए तैयार किया गया है, जो कोलकाता की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत रूप है।
‘आंगन’ थीम के तहत, त्रिधारा ने कलात्मकता और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के समागम के माध्यम से कोलकाता की विविधता और उसके लोकजीवन को प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। यह आयोजन न केवल दुर्गापूजा की महत्ता को दर्शाता है, बल्कि यह शहर के लोगों के जीवन, उनकी परंपराओं और त्यौहारों की अनूठी कहानियों को भी बयां करता है।
कला प्रेमियों के लिए यह एक विशेष अवसर होगा, जहां वे विभिन्न चित्रकारों के कैनवास पर कोलकाता की कहानियों को जीवंत होते देख सकेंगे। इस प्रदर्शनी में पारंपरिक और आधुनिक कला के समन्वय के साथ-साथ, स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा भी उभरकर सामने आएगी। त्रिधारा के इस प्रयास से न केवल दुर्गापूजा के उत्सव में चार चांद लगेंगे, बल्कि यह शहर की सांस्कृतिक गहराई को भी नई पहचान देगा।
कोलकाता की इस उत्सवधर्मिता में हर कोई अपने-अपने अंदाज में शामिल होकर ‘आंगन’ की महत्ता को महसूस करेगा, और यह कार्यक्रम निश्चित रूप से शहरवासियों के दिलों में एक खास स्थान बनाएगा। यह एक ऐसा मंच होगा जहां कला, संस्कृति और परंपरा का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।