नई दिल्ली : भारत में क्रेडिट कार्ड पर ‘उधार’ लेकर मौज करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। जुलाई 2024 में भारतीय क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं का खर्च पिछले साल इसी महीने की तुलना में 19% अधिक बढ़ गया है। SBI सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जुलाई में क्रेडिट कार्ड से कुल खर्च 1.7 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच गया, जो कि एक महत्वपूर्ण वृद्धि का संकेत है।
क्रेडिट कार्ड लेन-देन में 39% की वार्षिक बढ़ोतरी
रिपोर्ट में बताया गया है कि क्रेडिट कार्ड लेन-देन की मात्रा साल-दर-साल 39% बढ़ी है। जुलाई 2024 में कुल 38.4 करोड़ लेन-देन हुए हैं, जो कि इस साल की वृद्धि को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। यह आंकड़ा यह भी दिखाता है कि भारतीय उपभोक्ता अब क्रेडिट कार्ड को भुगतान के एक प्रमुख साधन के रूप में पसंद कर रहे हैं।
HDFC बैंक सबसे आगे
रिपोर्ट के अनुसार, लेन-देन की मात्रा के मामले में HDFC बैंक सबसे ऊपर रहा। जुलाई में इस बैंक के क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कुल 44,369 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसके बाद ICICI बैंक का स्थान है, जिसके क्रेडिट कार्ड से 34,566 करोड़ रुपये खर्च हुए, जबकि SBI ने 26,878 करोड़ रुपये खर्च किए।
क्रेडिट कार्ड उपयोग में पहली वृद्धि
दिलचस्प बात यह है कि जुलाई 2024 में लेन-देन मूल्य (ATV) में महीने-दर-महीने 1.4% की मामूली वृद्धि देखी गई है। यह दस महीनों में ATV में पहली वृद्धि है, जो उपभोक्ता व्यवहार में उच्च-मूल्य लेनदेन की ओर बढ़ते झुकाव को दर्शाता है।
ये आंकड़े भारतीय उपभोक्ताओं के बीच क्रेडिट कार्ड के बढ़ते उपयोग और इसके द्वारा दी जाने वाली सुविधा को उजागर करते हैं। बढ़ते खर्च के साथ, क्रेडिट कार्ड लेन-देन में यह वृद्धि उपभोक्ता विश्वास में वृद्धि और आर्थिक स्थिरता का संकेत देती है।